सरिया. गर्मी से आम और खास सभी परेशान हैं. सुबह के 10 बजते बजते पारा 41 डिग्री तक पहुंच जाता है. कड़ी धूप से बचने के लिए लोग अपने-अपने घरों में छुपने लगते हैं. तेज धूप के कारण नदी-नाले सूख गये है. कई गांवों के लोगों को पर्याप्त पानी भी नसीब नहीं हो पा रहा है. जलस्तर नीचे जाने के कारण कुआ व चापाकल भी जवाब देने लगे हैं. भोजन से अधिक चिंता लोगों को पीने के पानी की सता रही है. सरिया प्रखंड की बागोडीह पंचायत में बना जलमीनार लोगों की प्यास बुझाने में असफल रहा है. वर्ष 2015-16 में बना ग्रामीण पेयजलापूर्ति योजना के तहत जलमीनार का निर्माण करवाया गया था. बागोडीह पंचायत के मुखिया धानेश्वर साव ने बताया कि इस योजना के तहत बागोडीह, सबलपुर व नावाडीह पंचायत के लगभग 22000 लोगों के प्यास बुझानी थी. जलमीनार बन जाने के बाद पेयजलापूर्ति शुरू की गयी. लेकिन, लोगों को सुचारु रूप से कभी पानी नसीब नहीं हुआ. दो वर्षों तक कुछ लोगों को इसका लाभ मिला. विभाग में काम कर रहे मेघन मियां, अनीस सिंह, संजू सिंह आदि को मानदेय नहीं मिला. इस बीच वॉटर ट्रीटमेंट प्लांट में लगे उपकरण भी खराब हो गये. मुखिया ने निजी खर्च से खराब मशीन की मरम्मत करवायी. कुछ दिनों तक लोगों को पानी मिला, बाद में मशीन फिर खराब हो गयी. इसके लगभग तीन वर्षों से उक्त जलमीनार से एक बूंद पानी भी उपभोक्ताओं को नहीं मिला है. मुखिया साव व ग्रामीण कई बार प्रशासन से लेकर जनप्रतिनिधियों को इसकी लिखित सूचना दी, लेकिन जलापूर्ति पर किसी ने ध्यान नहीं दिया.
आठ माह बाद भी नहीं हुई कोई पहल
ग्रामीणों ने पेयजल व स्वच्छता विभाग के कार्यपालक अभियंता धनबाद प्रमंडल को पत्र लिखकर समस्या समाधान की मांग की. इस पर विभाग के कार्यपालक अभियंता (यांत्रिक प्रमंडल) धनबाद मयंक कुमार भगत ने एक सितंबर 2023 को अभियंता प्रमुख रांची को इससे अवगत कराया. उन्होंने बागोडीह स्थित वॉटर ट्रीटमेंट प्लांट में खराब पड़े संयंत्र को बदलने के लिए 46 लाख 20 हजार 877 की स्वीकृति करने की बात कही. इस राशि से बागोडीह ग्रामीण जलापूर्ति योजना के रिनोवेशन व सप्लाई इंस्टॉलेशन व कमिश्निंग (पंप सेट, स्टेबलाइजर, मोटर कंट्रोल पैनल आदि) कार्य सत्र 2023-24 में पूर्ण करने की योजना थी. कार्यपालक अभियंता धनबाद के अभियंता प्रमुख रांची को भेजे गये आग्रह पत्र के लगभग आठ माह बीत गये, लेकिन पत्र फाइल में ही सिमट कर रह गया.
क्या कहते हैं स्थानीय मुखिया
स्थानीय मुखिया धानेश्वर साव ने बताया कि बागोडीह पंचायत में जब से जलमीनार बना है, लोगों को पर्याप्त पानी नहीं मिल रहा है. कई टोले मुहल्ले ऊंचाई पर हैं. इसके कारण पाइपलाइन से वहां पानी नहीं पहुंच पाता है. वहीं, कई मुहल्ले में संवेदक की लापरवाही से पाइपलाइन बिछायी ही नहीं गयी है. जलापूर्ति के लिए लगाया गया मोटर खराब है. व्यक्तिगत रूप से उन्होंने लगभग डेढ़ लाख रुपया खर्च कर जलापूर्ति शुरू करवायी, लेकिन बार-बार मोटर का खराब होने से स्थिति गंभीर हो गयी है. पानी के लिए हाहाकार मचा हुआ है. इस व्यवस्था में सुधार के लिए संबंधित विभागीय अधिकारियों को कई बार लिखित व मौखिक रूप से सूचित कर मोटर मरम्मत का आग्रह किया, लेकिन अभी तक कोई पहल नहीं हुई. गर्मी में लोग स्वच्छ पेयजल के लिए तरस रहे हैं.
मोटर व पैनल खराब होने से परेशानी : जेई
विभाग के सरिया के कनीय अभियंता लालू महतो ने बताया कि बागोडीह स्थित जलमीनार में लगा मोटर व पैनल खराब हो गया है. इसके कारण पेयजल आपूर्ति में परेशानी हो रही है. उसकी मरम्मत के लिए प्राक्कलन तैयार कर अभियंता प्रमुख झारखंड रांची को भेजा है. आदेश मिलते ही काम शुरू किया जायेगा. लोगों को पेयजल उपलब्ध कराने के लिए विभाग गंभीर है.
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