मुख्यमंत्री मंईयां सम्मान योजना का लाभ लेने के लिए सोमवार को तीसरे दिन भी शहरी क्षेत्र से लेकर पंचायत स्तर पर आयोजित शिविरों में महिलाओं की भीड़ उमड़ी. सुबह 9.30 बजे से ही लाभुक अपने-अपने हाथों में फॉर्म समेत तमाम जरूरी कागजात को लेकर शिविर पहुंची. लेकिन सर्वर स्लो रहने के कारण लाभुकों को परेशानी का सामना करना पड़ा. विवाह भवन में आयोजित शिविर में काफी संख्या में महिलाएं आयी थी. सभी काफी उत्साहित होकर शिविर में पहुंच रही थी, लेकिन सर्वर स्लो रहने की वजह से उनके आवेदन का ऑनलाईन रजिस्ट्रेशन नहीं हो पाने के कारण निराशा हुई. दोपहर करीब एक बजे कई महिलाएं निराश होकर वापस लौट गयी. सूत्रों ने बताया कि शाम तक दो-तीन महिलाओं के आवेदन का ही ऑनलाईन रजिस्ट्रेशन हो पाया. इस दौरान काफी देर तक खड़ी महिलाओं में आक्रोश देखा गया. यही हाल कमोवेश अन्य शिविर में भी रही. शिविर में कंप्यूटर ऑपरेटर द्वारा आवेदन को ऑनलाइन सबमिट करने की कोशिश की जाती रही. लेकिन आज तीसरे दिन भी सर्वर काफी स्लो रहने के कारण फार्म सबमिट नहीं हो पा रहा था. लिहाजा लाभुकों को पावती नहीं मिला. सदर प्रखंड के अकदोनी खुर्द पंचायत, मटरूखा, अकदोनी कला, चुंजका सहित अन्य पंचायतों में भी महिलाओं की भीड़ कतार में लगी रही. लेकिन सर्वर स्लो रहने का मसला परेशानी का सबब बना रहा.
सिर्फ डपोरशंखी घोषणाएं कर रही है राज्य सरकार : शाहाबादी
गिरिडीह में भाजपा के पूर्व विधायक निर्भय कुमार शाहाबादी ने कहा कि राज्य की हेमंत सरकार सिर्फ डपोरशंखी घोषणाएं कर रही है. राज्य सरकार की मंशा साफ नहीं है. यह सरकार जनता के आंखों में धूल झोंकने का काम कर रही है. उन्होंने कहा कि सर्वर डाउन रहने के कारण महिलाओं के आवेदन का रजिस्ट्रेशन नहीं हो रहा है जिससे महिलाएं काफी परेशान है. कहा कि चुनाव आचार संहिता जल्द लागू होने वाला है. श्री शाहाबादी ने कहा कि हेमंत सरकार ने जनता से किये वादे को पूरा नहीं कर पायी है. इस सरकार से जनता ठगा हुआ महसूस कर रही है. निश्चित रूप से आने वाले दिनों में जनता इसका माकूल जवाब देगी.
गांडेय : सर्वर खराब रहने व फार्म की कमी की सूचना पर ताराटांड़ पहुंची बीडीओ
गांडेय में मुख्यमंत्री मंईयां योजना के तहत कम फॉर्म मिलने व सर्वर प्रॉब्लम की शिकायत मिलने पर प्रखंड विकास पदाधिकारी निसात अंजुम देर शाम ताराटांड़ पंचायत सचिवालय पहुंची और विस्तारपूर्वक जानकारी ली. इस क्रम में उन्होंने कुछ फॉर्म उपलब्ध कराया और कहा कि मंगलवार को भी पंचायत में और फॉर्म उपलब्ध कराया जाएगा. कहा कि जितना फॉर्म चाहिए उपलब्ध कराया जाएगा. उन्होंने ऑनलाइन इंट्री की समस्या के निदान का भी आश्वासन दिया. मौके पर मुखिया यशोदा देवी, पंसस पवन अग्रवाल, राजकुमार तुरी, अभिषेक सिन्हा समेत कई मौजूद थे.
देवरी : सर्वर डाउन रहने से बनी रही परेशानी
देवरी में एक तरफ राज्य सरकार ने मुख्यमंत्री मंईयां सम्मान योजना में आवेदन के लिए एक सप्ताह का समय निर्धारित कर दिया है. वहीं दूसरी तरफ सर्वर नहीं चलने के कारण आवेदकों में उत्साह कम दिख रहा है. सोमवार को शिविर का तीसरा दिन था और सर्वर नहीं चलने से किसी पंचायत एक भी आवेदन ऑन लाइन प्रविष्टि नहीं हो पाई है. किसी पंचायत में एक किसी पंचायत में दो आवेदनों की ऑनलाइन इंट्री हुई है. इस संबंध में देवरी के बीडीओ कुमार बंधु कच्छप ने बताया कि सर्वर की दिक्कत पूरे राज्य में है जिसके लिए बात की जा रही है. सुधार करने की बात कही जा रही है.
सरिया : तीसरे दिन भी रहा सर्वर डाउन
सरिया में झारखंड सरकार की महत्वाकांक्षी मुख्यमंत्री मंईयां सम्मान योजना का शुभारंभ तो सरकार ने कर दी, पर लगातार सरवर डाउन रहने से आम अवाम काफी परेशान हैं. आवेदन 3 अगस्त से लेने की घोषणा राज्य सरकार ने की है. जबकि 3 अगस्त से ही सरिया प्रखंड के विभिन्न गांव पंचायत व शहरी क्षेत्र में लोगों से फॉर्म समेत सभी दस्तावेज लिए जा रहे हैं. लेकिन इन दस्तावेजों की ऑनलाइन एंट्री नहीं हो पा रही है. इसके कारण महिलाओं के साथ-साथ, सरकारी कर्मी, मुखिया व अन्य पंचायत प्रतिनिधि काफी परेशान हैं. इस बाबत सरिया बीडीओ पप्पू रजक ने बताया कि सर्वर डाउन होने के कारण आवेदन ऑनलाइन नहीं हो पा रहा है. उम्मीद है इसे ठीक होने के बाद आवेदन ऑनलाइन हो पायेगा.
गावां : राशन कार्ड में नाम नहीं रहने से मंईयां योजना से वंचित हो रही है महिलाएं
गावां प्रखंड स्थित सभी पंचायतों में एक ओर जहां सर्वर डाउन होने के कारण मईयां सम्मान योजना के फार्म की इंट्री नहीं हो पा रही है. वहीं राशन कार्ड में नाम नहीं होने से काफी संख्या में महिलाएं योजना का फार्म भरने से वंचित हो जा रही है. लगभग हर पंचायत में एक दिन में दस से बारह फार्म की ही इंट्री हो पा रही है. कुछ पंचायतों में फार्म को सेविकाओं द्वारा बेचे जाने की भी सूचना मिल रही है. बताया जा रहा है कि फार्म के एवज में एक से दो सौ रूपये तक लिए जा रहे हैं. राशन कार्ड वर्षों पूर्व बनाया गया है. उस समय से राशन कार्ड काफी त्रुटिपूर्ण रहा है. कुछ लोगों के कार्ड में पति का नाम है लेकिन पत्नी का नाम गायब है जिससे महिला के फार्म को जमा नहीं किया जा रहा है. इस समय राशन कार्ड में नये नाम की इंट्री बंद है. फलत: काफी संख्या में महिलाओं को इसका लाभ नहीं मिल पा रहा है.क्या कहते हैं लाभुक
राशन कार्ड में मेरे पति का नाम अंकित है लेकिन मेरा नाम नहीं चढ़ पाया है. नाम जुड़वाने को ले आवेदन भी दिए है, लेकिन अबतक नाम की इंट्री नहीं हो पाई है. विभाग व सरकार को इस दिशा में ध्यान देना चाहिए.– शोभा देवी, गावां
राशन कार्ड में केवल मेरे पति का नाम अंकित है. नये राशन कार्ड में प्रारम्भ से ही त्रुटी है. अपने नाम को जोड़ने हेतु दो वर्षों पूर्व ऑनलान आवेदन भी दिए थे, लेकिन नाम की इंट्री नहीं हो पाई है. नाम नहीं रहने के कारण फार्म को स्वीकार नहीं किया जा रहा है.
– इंदु देवी, पिहरा
राशन कार्ड बनवाने को ले कई बार आवेदन दिए है, लेकिन राशन कार्ड नहीं बन पाया है. वे उनका परिवार वर्षों से राशन से वंचित है. राशन कार्ड के नहीं रहने से मैया योजना के लाभ से भी वंचित रहना पड़ रहा है. विभाग को इस दिशा में ध्यान केन्द्रित करना चाहिए.– लीलावती देवी, पिहरा, तेलियाडीह
राशन कार्ड में केवल मेरे सास का नाम है. मेरा नाम उसमें नहीं होने के कारण फार्म जम नहीं हो पा रहा है. यही स्थिति मेरे पड़ो़सी संजू देवी समेत कई महिलाओं की भी है. इस दिशा में विभाग को विचार करना चाहिए.
– खुशबू देवी, पिहरा बाजार
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