मुफस्सिल थाना पुलिस ने चोरी के मामले में चोर के साथ-साथ चोरी के सामान खरीदने वाले सात लोगों को गिरफ्तार किया है. बताया जाता है कि मुफस्सिल थाना क्षेत्र के पपरवाटांड़ में 13 अगस्त को दिन में ही अपराधियों ने लखेंद्र सिंह के आवास में चोरी की थी. मिली जानकारी के अनुसार पांच चोरों ने मिलकर घर का दरवाजा तोड़ा और अंदर घुसकर एक अलमीरा को भी तोड़ दिया. अलमीरा से चोरों को नगद रुपये, जेवर हासिल हुआ. इसके अलावे घर के टेबल में पड़े लैपटॉप, मोबाइल और पूजा घर के कई बर्तनों के साथ-साथ मूर्तियों की भी चोरी कर ली. इस घटना के बाद गिरिडीह के एसपी दीपक कुमार शर्मा ने मुफस्सिल थाना की पुलिस को मामले में सख्त कार्रवाई का निर्देश जारी किया. इस निर्देश के आलोक में मुफस्सिल थाना की पुलिस ने अपना जाल बिछाया और अलग-अलग स्थानों से सात लोगों को गिरफ्तार किया. इसमें दो लोग कम उम्र के नाबालिग बच्चे भी शामिल हैं.
प्रदीप ज्वेलर्स ने तुरंत गला दिया जेवरात
चोरी की घटना को अंजाम देने के बाद इस कांड का मास्टरमाइंड ने जेवर को जहां प्रदीप ज्वेलर्स में बेचकर खपा दिया. वहीं चोरी किये गये बर्तन को बर्तन व्यवसायियों के पास बेच दिया. पुलिस सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार जब चार चोरों को पकड़ा गया तो उसने पुलिस के दबाव में सारी सच्चाई बता दी. चोरों के निशानदेही के बाद प्रदीप ज्वेलर्स के दुकान में छापा मारकर पुलिस ने चांदी को बरामद कर लिया. गिरफ्तार प्रदीप स्वर्णकार ने स्वीकार किया कि उसने चोरी का चांदी खरीदा था जिसे उसने गला दिया. पुलिस ने गलाये गये चांदी को बरामद कर लिया है. वहीं बर्तन के खरीददार दीपक ठठेरा और दीपू साव को भी चोरी के बर्तन के साथ गिरफ्तार कर पुलिस ने सभी सातों को जेल भेज दिया. पुलिस ने इनलोगों के पास से मोबाइल ओप्पो फोन, एचपी कंपनी का लैपटॉप, चांदी का दो जोड़ा कंगन, सिंदूर का पांच किया, एक जोड़ा पाया, एक जोड़ा बिछिया, पीत्तल की सात मूर्तियां और पूजा के बर्तन को बरामद भी कर लिया है.
मास्टरमाइंड है फरार, पुलिस दबोचने की कोशिश मेंइस चोरी को अंजाम देने वाला मास्टरमाइंड अब भी फरार है. बताया जाता है कि इस चोरी की पूरी योजना जोरबाद का मदन दास ने बनाया था. मदन दास दर्जनों आपराधिक मामले में शामिल रहा है. इसे इलाके में नटोरियस अपराधी के रूप में जाना जाता है. मिली जानकारी के अनुसार मदन दास ने चोरी की घटना को अंजाम देने के बाद चोरी किये गये सामानों को अलग-अलग स्थानों में बेच दिया था. अब पुलिस इस नटोरियस अपराधी को गिरफ्तार करने के लिए जगह-जगह छापामारी कर रही है. बताया जाता है कि मदन दास जिला से फरार हो गया है.मामले की जांच-पड़ताल में ये थे शामिल
मिली जानकारी के अनुसार मामले की जांच-पड़ताल मुफस्सिल थाना के पुलिस निरीक्षक श्याम किशोर महतो के नेतृत्व में की गयी. इस मामले के उद्भेदन में मुफस्सिल थाना के पुलिस अवर निरीक्षक संजय कुमार, दीपेश कुमार, हवलदार मुस्तकीम अंसारी व नित्यानंद भोक्ता, आदित्य कुमार, सतेंद्र कुमार गोप आदि की महत्वपूर्ण भूमिका रही. इस टीम ने घटना के 15 दिनों के भीतर पूरे मामले का उद्भेदन कर लिया.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है