रोजा, नमाज, कुरान-ए-पाक की तिलावत, कुरान ख्वानी और मिलाद शरीफ सरीखे कार्यक्रमों के बीच जिले भर में शब-ए-बरात अकीदत-ओ-एहतराम के साथ मना. शब-ए-बरात के पहले दिन अकीदतमंदों ने रोजा रखकर अपने मरहूम परिजनों की कब्र पर जाकर अल्लाह तबारक-व-त””आला से उनकी मगफिरत की दुआ मांगी. इसके साथ ही जन्नत-उल-फिरदौस में उन्हें आला से आला मकाम देने की दुआ मांगी.इस दौरान मस्जिदों में रात भर इबादत की गयी. शब-ए-बरात को लेकर घरों, मस्जिदों व कब्रिस्तानों को सजाकर मिलाद-ए-पाक का आयोजन किया गया. इस दौरान अकीदतमंद नमाज व इबादत में लीन दिखे. शहरी क्षेत्र स्थित लाइन मस्जिद को भी आकर्षक तरीके से सजाया गया था. वहीं भंडारीडीह, बरवाडीह, कोलडीहा, बिशनपुर, पचंबा, बोड़ो, कमलजोर, परातडीह, डांड़डीह में भी स्थित मस्जिदों को सजाया गया था.
हलुआ-रोटी का हुआ फातिहा
शब-ए-बरात को ले घरों में कुरान ख्वानी के बाद हलुआ-रोटी का फातिहा कराया गया. बताया गया कि यह पर्व दिवंगत परिजनों के गुनाहों की मगफिरत के लिए मनाया जाता है.परमाडीह में मिलाद-शरीफ का किया गया आयोजन
मिलाद शरीफ में तकरीर करते उलेमा ए कराम
परमाडीह में मरहूमों की बरसी व शब-ए-बरात को ले मिलाद शरीफ का आयोजन किया गया. सामाजिक कार्यकर्ता मो शाकिर हुसैन के नेतृत्व में उनके वालिद के ईसाल-ए-सवाब के लिए बुधवार की देर रात मिलाद शरीफ का आयोजन किया गया. मौके पर मौलाना आसिफ इकबाल, मौलाना अब्दुल रऊफ रौनक, मौलाना अख्तर नूरी, हाफिज-ए कारी सिकंदर हयात समेत अन्य उलमा ए किराम ने तकरीर पेश की. इसके अलावा शायरों ने नातिया कलमात पेश किये. इस दौरान मौलाना आसिफ इकबाल ने वालिदैन व शब-ए-बारात की मुकद्दस रात के मर्तबा को विस्तृत से बयान किया. मौके पर मो याकूब, मो नियाज अहमद, शमशेर, मालो खान, इम्तियाज़, इरशाद, साबिर, इनाम, जाबिर, नौशाद, अल्ताफ, जाकिर हुसैन, आशिक, नसीम, आजाद, हैदर, मेहताब, सरफराज़, असलम, शहादत, आरिफ आदि थे.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है