11 गिरिडीह – 2. उर्रो गांव स्थित श्री राम मंदिर
सरिया. उर्रो गांव स्थित श्रीराम मंदिर सह लड्डू गोपाल हरि मंदिर में रामनवमी उत्साह के साथ मनाया जायेगा. यहां अष्टमी की रात विशेष पूजा होगी. इसकी तैयारी की जा रही है. इस संबंध में मंदिर व्यवस्था कमेटी के अध्यक्ष बैजनाथ सिंह ने बताया कि 80 वर्ष पूर्व 1945 में उनके पूर्वजों ने हरि मंदिर बनवाया था. उनके गांव में उस समय कई सिद्ध योगी (महात्मा) पहुंचे थे. उनकी प्रेरणा से परिवार के सदस्यों ने मिट्टी का अस्थायी मंदिर बनाया. संस्थापक सदस्यों में शिलाजीत सिंह, सुखी सिंह, कंठी सिंह, भैरो सिंह, अनंत लाल सिंह, भोली सिंह, चथरू सिंह आदि शामिल हैं. खपरैल छत के नीचे लड्डू गोपाल की पीतल की मूर्ति तथा शालिग्राम स्थापित की गयी. प्रतिदिन पूजा शुरू हुई. आज भी मंदिर में त्रिसंध्या तथा राजभोग लगता है. जन्माष्टमी, रामनवमी, हनुमानजी जयंती सहित अन्य त्योहारों में भव्य आयोजन होता है. लगभग 10 कट्ठा में फैला मंदिर व उसका बगीचा के अतिरिक्त मंदिर में पूजा पाठ तथा व्यवस्था के लिए लड्डू गोपाल के नाम से पांच बीघा जमीन उनके परिजनों ने रजिस्ट्री कर की. गांव में कई तरह के बदलाव आये. सामाजिक, आर्थिक, शैक्षणिक विकास होने लगा. अध्यात्म के प्रति रुचि बढ़ी. वर्ष 2009 ई में मंदिर को भव्य रूप दिया गया. वर्ष 2015 ईस्वी में इस मंदिर में श्रीराम-जानकी, लक्ष्मण तथा हनुमान जी की संगमरमर की प्रतिमा भव्य आयोजन के बीच प्रतिष्ठित की गयी. इस समय से श्री रामनवमी के अवसर पर प्रत्येक वर्ष भव्य आयोजन होता रहा है. श्री रामनवमी जन्मोत्सव के पश्चात नवमी को मंदिर परिसर से धार्मिक जुलूस निकाला जाता है. मंदिर की देखरेख तथा व्यवस्था के लिए कमेटी बनायी गयी है. अध्यक्ष बैजनाथ सिंह, सचिव कृष्ण बल्लभ सिंह, कोषाध्यक्ष लव सिंह, दैनिक पूजा के लिए पुरोहित श्रीनिवास श्रोत्रिय तथा संजय कुमार पांडेय व कार्यकारिणी में रमेश सिंह, विमल किशोर सिंह, कृष्णकांत सिंह, नारायण सिंह, श्री नारायण सिंह, धीरेंद्र सिंह, महेंद्र सिंह, मंगल सिंह, विजेंद्र सिंह, मुरारी सिंह, मुकुंद सिंह, जयप्रकाश सिंह, अवध किशोर सिंह, साधु सिंह, तारकेश्वर सिंह, मुन्ना सिंह आदि शामिल हैं.