गिरिडीह.
सर जेसी बोस उच्च विद्यालय में उपायुक्त नमन प्रियेश लकड़ा के निर्देश पर बुधवार को सिकल सेल एनीमिया जागरूकता अभियान का आयोजन किया गया. उद्घाटन सिविल सर्जन डॉ एसपी मिश्रा व अन्य अतिथियों ने संयुक्त रूप से किया. मौके पर सिविल सर्जन डॉ मिश्रा ने कहा कि हर साल विश्व सिकल सेल जागरूकता दिवस 19 जून को मनाया जाता है. इस जागरूकता अभियान का उद्देश्य सिकल सेल रोग से उत्पन्न बीमारियों से बचाव है. यह अभियान बीमारी के बारे में शिक्षा को बढ़ावा देते हुए प्रारंभिक पहचान और उपचार सुनिश्चित करने के लिए स्क्रीनिंग और जागरूकता रणनीतियों को जोड़ता है. सिकल सेल विशेषता वाले व्यक्तियों की पहचान करके मिशन का उद्देश्य अगली पीढ़ी में बीमारी के स्वचालित संचरण को रोकना है. मौके पर मौके पर जिला कल्याण पदाधिकारी, जिला आरसीएच पदाधिकारी, सर जेसी बोस उच्च विद्यालय के प्रधानाचार्य, डीपीएम, एनएचएम समेत अन्य स्वास्थ्य विभाग के कई लोग मौजूद थे.सिकल सेल के बारे में सिविल सर्जन ने दी जानकारी :
सिविल सर्जन ने बताया कि सिकल सेल अनुवांशिक रोग होता है. इसके साथ ही उन्होंने कहा कि इस रोग के मुख्य लक्षण पीलापन दिखाई देना, बार-बार संक्रमण/बीमार होना,थकान, बुखार व सूजन तथा कमजोरी महसूस करना, रोग प्रतिरोधक क्षमता घट जाना, जोड़ों में दर्द या सूजन, छाती में दर्द, सांस फूलना, पीठ/पेट में दर्द होता है. कहा कि इस रोग से ग्रस्त मरीज को गर्मी या धूप में बाहर नहीं निकलना चाहिए. समय-समय पर चिकित्सीय सलाह लेनी चाहिए. परिवार का कोई सदस्य, जिनकी उम्र शून्य से 40 वर्ष हो, उनकी सिकल सेल जांच अवश्य कराना चाहिए. कहा कि जांच जरूरी है, नहीं तो मरीज को अन्य शारीरिक जटिलताओं का सामना करना पड़ सकता है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है