Giridih News: फर्जी कागजातों के सहारे हाइवा से हो रही पत्थर की तस्करी

Giridih News: हाइवा से पत्थरों को मधुपुर के खदानों से लाकर बेंगाबाद के विभिन्न क्रशरों में खपाया जा रहा है. अब तक खनन विभाग की ओर से कोई कार्रवाई नहीं किये जाने से संचालकों का हौसला बढ़ता जा रहा है. इधर, पुलिस से बचने के लिए हाइवा से पत्थर ले जाने के दौरान ऑफलाइन चालान के साथ चालक चलते हैं. विशेष परिस्थिति में पकड़ में आने के बाद संचालक इसे तकनीकी इश्यू बताकर पत्थर को एक नंबर का साबित करने में जुट जाते हैं.

By Prabhat Khabar News Desk | November 4, 2024 11:41 PM

बेंगाबाद-मधुपुर एनएच मुख्य मार्ग में इन दिनों फर्जी कागजातों के सहारे हाइवा से पत्थरों की तस्करी का धंधा फल-फूल रहा है. शाम ढलने के बाद देर रात तक यह धंधा एनएच पर संचालित होता है. हाइवा से पत्थरों को मधुपुर के खदानों से लाकर बेंगाबाद के विभिन्न क्रशरों में खपाया जा रहा है. अब तक खनन विभाग की ओर से कोई कार्रवाई नहीं किये जाने से संचालकों का हौसला बढ़ता जा रहा है. इधर, पुलिस से बचने के लिए हाइवा से पत्थर ले जाने के दौरान ऑफलाइन चालान के साथ चालक चलते हैं. विशेष परिस्थिति में पकड़ में आने के बाद संचालक इसे तकनीकी इश्यू बताकर पत्थर को एक नंबर का साबित करने में जुट जाते हैं. इस धंधे में कई सफेदपोशों का भी वरदहस्त होने की बात सामने आ रही है. वहीं, पुलिस की पेट्रोलिंग वाहन पर कई तरह के सवाल खडे हो रहे हैं.

शनिवार की रात पेट्रोलिंग वाहन ने पकड़ा था हाइवा

बताया जाता है कि शनिवार की रात एनएच मुख्य मार्ग में गश्त कर रही बेंगाबाद पुलिस पेट्रोलिंग वाहन को मधुपुर से आ रही एक पत्थर लदा हाइवा दिखा. बोल्डर लेकर आ रहा जेएच 17एस 7774 नंबर का हाइवा डाकबंगला और करमजोरा मोड़ के बीच पुलिस की पेट्रोलिंग वाहन ने पकड़ा और कागजात की मांग की. कागजात नहीं दिखा पाने पर चालक सहित हाइवा को बेंगाबाद थाना लाया गया. इधर, रविवार की दोपहर को उक्त हाइवा को थाना से छोड़ दिया गया. अब सवाल खड़ा होता है कि यदि हाइवा में कागजात थे तो फिर पुलिस उसे लेकर थाना क्यों लायी. साथ ही कागजात था तो मौके पर पुलिस को क्यों नहीं दिखाया गया. जानकारों के मुताबिक उक्त हाइवा के पकड़े जाने के बाद संचालक हरकत में आ गये और तकनीकी इश्यू की बात बताकर ऑनलाइन के स्थान पर ऑफलाइन चालान प्रस्तुत किया. सोमवार की दोपहर में पुनः ऑनलाइन चालान दिखाये जाने के बाद उसे छोड़ दिया गया. जबकि, ऑनलाइन कागजात बैक डेट से निकलने की संभावना कम रहती है. ऐसे में पत्थर माफियाओं का सांठगांठ सफेदपोश से होने और इसका लाभ लेने की भी बात सामने आ रही है. इधर, डीएमओ सत्यजीत सिंह इस बारे में कुछ भी बताने से परहेज कर रहे हैं.

क्या कहते हैं प्रभारी

इधर, बेंगाबाद थाना प्रभारी जितेंद्र कुमार सिंह का कहना है कि हाइवा को पकड़ने के बाद उसे थाना लाया गया. थाना में कागजात दिखाये गये. कागजात की जांच के बाद उसे सही पाये जाने के बाद उसे हाइवा को छोड़ा गया.

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