उत्पाद सिपाही भर्ती में अत्याधुनिक तकनीक का किया जा रहा है इस्तेमाल
बताया जाता है कि रेडियो तरंगों के इस्तेमाल से सबसे पहले पहुंचने वाले अभ्यर्थी को ट्रैकिंग करने में चयन समिति को इससे सुविधा हो रही है.
इस बार झारखंड कर्मचारी चयन आयोग के उत्पाद सिपाही की भर्ती में अत्याधुनिक तकनीक का इस्तेमाल किया जा रहा है ताकि शारीरिक जांच और दौड़ में किसी भी तरह की गड़बड़ी न हो सके. दौड़ की स्थिति का आकलन बारीकी से करने के लिए इस बार अभ्यर्थियों के पैर में आरएफआईडी यानि रेडियो फ्रीक्वेंसी आईडेंटिफिकेशन डिवाईस लगाया गया है. जब अभ्यर्थी आरएफआईडी लगाकर जमीन पर बिछे मैट से होकर गुजरते हैं तो दौड़ की स्थिति का आकलन काफी बारीकी से हो पाता है. बताया जाता है कि रेडियो तरंगों के इस्तेमाल से सबसे पहले पहुंचने वाले अभ्यर्थी को ट्रैकिंग करने में चयन समिति को इससे सुविधा हो रही है.
उत्पाद सिपाही की भर्ती में लगभग 40 हजार अभ्यर्थी लेंगे हिस्सा
गिरिडीह जिले में हो रहे उत्पाद सिपाही की भर्ती परीक्षा में लगभग 40 हजार अभ्यर्थियों के हिस्सा लेने का अनुमान लगाया गया है. गुरूवार को पहला दिन लगभग 2000 अभ्यर्थियों की भर्ती की जांच हो पायी. इस भर्ती परीक्षा में महिला संवर्ग को कुल पांच किलोमीटर और पुरुष संवर्ग को कुल दस किलोमीटर का दौड़ लगाना है. पुलिस लाईन में आयोजित इस परीक्षा में सभी अभ्यर्थियों को आरएफआईडी तकनीक से होकर गुजरना होगा.150 जवानों के साथ कई पदाधिकारी प्रतिनियुक्त
40 हजार अभ्यर्थियों की भर्ती जांच के लिए गिरिडीह जिले में 150 जवानों को प्रतिनियुक्त किया गया है. इसके अलावे लगभग दो दर्जन पुलिस के पदाधिकारी भी प्रतिनियुक्त किये गये हैं. गिरिडीह में आयोजित भर्ती परीक्षा के चयन पर्षद का अध्यक्ष गिरिडीह के एसपी दीपक कुमार शर्मा को बनाया गया है. जबकि अन्य सदस्यों में धनबाद के रेल एसपी, गिरिडीह के साइबर डीएसपी और उत्पाद विभाग के उत्पाद अधीक्षक शामिल हैं. पहले दिन गुरूवार को भर्ती परीक्षा के दौरान एसपी दीपक कुमार शर्मा खुद पूरे मामले पर नजर रखे हुए थे.वैज्ञानिक तरीके से हो रही है जांच : एसपी
उत्पाद सिपाही भर्ती चयन पर्षद के अध्यक्ष सह एसपी दीपक कुमार शर्मा ने बताया कि इस बार अभ्यर्थियों की दौड़ परीक्षा में आरएफआईडी का इस्तेमाल किया गया है. उन्होंने कहा कि वैज्ञानिक तरीके से दौड़ की स्थिति का आकलन किया जा रहा है ताकि किसी भी तरह की गड़बड़ी नहीं हो सके. बताया कि जेएसएससी ने उत्पाद सिपाही की भर्ती में अत्याधुनिक तकनीक का इस्तेमाल किया है ताकि गड़बड़ी की शिकायत नहीं मिल सके. श्री शर्मा ने कहा कि पहले दिन लगभग दो हजार अभ्यर्थियों के दौड़ की जांच हो पायी है. शुक्रवार से लगभग चार हजार अभ्यर्थी एक दिन में दौड़ लगायेंगे.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है