इलाज कराने पहुंची छात्रा ने लगाया छेड़खानी का आरोप
प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र सरिया में इलाज कराने पहुंची एक नाबालिग छात्रा ने ड्यूटी में तैनात आयुष चिकित्सक पर छेड़खानी करने का गंभीर आरोप लगाया है.
By Prabhat Khabar News Desk |
April 6, 2024 11:47 PM
मामले की जांच शुरू, एसडीएम ने लिया पीड़िता का बयान, मामले से उपायुक्त को कराया अवगत
सरिया.
प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र सरिया में इलाज कराने पहुंची एक नाबालिग छात्रा ने ड्यूटी में तैनात आयुष चिकित्सक पर छेड़खानी करने का गंभीर आरोप लगाया है. पीड़िता के अनुसार वह शनिवार को सरिया प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र इलाज के लिए पहुंची थी. ड्यूटी पर तैनात आयुष डॉ रमापति ने उसके साथ जांच के नाम पर अश्लील हरकत व छेड़छाड़ की. उसने इसकी जानकारी परिजनों को दी. सूचना पर आक्रोशित परिजन डॉक्टर से पूछताछ करने के लिए अस्पताल पहुंचे. इसकी सूचना सरिया पुलिस को भी दी गयी. सरिया पुलिस ने मौके से चिकित्सक को हिरासत में लेते हुए सरिया थाना ले आयी. घटना की जानकारी होने पर बगोदर विधायक प्रतिनिधि भोला मंडल, झामुमो गिरिडीह जिला उपाध्यक्ष त्रिभुवन मंडल, भाजपा नेत्री रजनी कौर, जिप सदस्य अनूप कुमार पांडेय, भाजपा नेता रंजीत मंडल आदि ने पहुंचे और पीड़िता से घटना की जानकारी ली. इसकी सूचना बगोदर चिकित्सा पदाधिकारी डॉ विनय कुमार, गिरिडीह सिविल सर्जन व अनुमंडल पदाधिकारी सरिया को दी गयी.
एसडीएम ने डीसी से किया टीम गठित करने का अनुरोध :
सूचना पर एसडीएम विपिन कुमार दुबे व चिकित्सा पदाधिकारी डॉ विनय कुमार अस्पताल पहुंचे और पीड़िता से बयान लिया. वहीं, इसकी सूचना एसडीएम ने उपायुक्त को भी दी. एसडीम ने बताया कि पीड़िता व चिकित्सक का बयान लिया. इसके बाद उन्होंने डीसी को मामले से अवगत कराते हुए जांच टीम बनाने का आग्रह किया, ताकि मामले का सही खुलासा हो सके और दोषी पाये जाने पर डॉक्टर पर विभागीय कार्रवाई की जा सके. सिविल सर्जन डॉ एसपी मिश्रा ने भी बताया कि विभागीय स्तर से इस संबंध में जांच की जायेगी एवं दोषी पाये जाने पर डॉक्टर पर कार्रवाई होगी.
आरोप बेबुनियाद : डॉ रमापति :
इधर, डॉ रमापति ने कहा कि आरोप बेबुनियाद है. पीड़ित इलाज के लिए पहुंची थी. इलाज के क्रम में अन्य स्वास्थ्य कर्मी की मौजूदगी में जांच की गयी. छेड़छाड़ की बात गलत है. कहा कि छात्रा के परिजनों उनके साथ मारपीट व दुर्व्यवहार किया. थाना प्रभारी अरविंद कुमार सिंह ने बताया सुरक्षा के लिहाज से डॉक्टर को थाना लाया गया था. फिलहाल उन्हें छोड़ दिया गया है. पीड़िता से आवेदन नहीं मिला है. आवेदन मिलने पर विधि सम्मत कार्रवाई की जायेगी.