कानून में आये बदलावों से छात्र कराये गये अवगत
भारतीय कानून में आये बदलावों के प्रति जागरूकता के लिए आदर्श कॉलेज राजधनवार में बुधवार को आइक्यूएसी ने एक सेमिनार का आयोजन किया.
विमर्श. आदर्श कॉलेज राजधनवार में सेमिनार का आयोजन
राजधनवार.
भारतीय कानून में आये बदलावों के प्रति जागरूकता के लिए आदर्श कॉलेज राजधनवार में बुधवार को आइक्यूएसी ने एक सेमिनार का आयोजन किया. यह कार्यक्रम पुनीत राय स्मृति व्याख्यानमाला के अंतर्गत राजनीति विज्ञान, अर्थशास्त्र तथा इतिहास विभाग के संयुक्त तत्वावधान में प्राचार्य डॉ विमल कुमार मिश्र की अध्यक्षता में आयोजित हुआ. मुख्य अतिथि आदर्श कॉलेज राजधनवार के पूर्व प्राध्यापक डॉ रवींद्र कुमार राय तथा मुख्य वक्ता झारखंड उच्च न्यायालय के अधिवक्ता अवनीश रंजन मिश्र व रणेश आनंद थे.अनुयायी कभी गुरु नहीं हो सकता :
विषय प्रवेश राजनीति विज्ञान की विभागाध्यक्ष डॉ मधुलिका ने कराया. प्राचार्य डॉ मिश्र ने कहा कि अंग्रेजों के नियमों पर आधारित देश की कानून-व्यवस्था को नया स्वरूप दिया गया. मुख्य अतिथि डॉ रवींद्र कुमार राय ने कहा कि अनुयायी कभी गुरु नहीं हो सकता है. भारत सरकार ने कानून में परिवर्तन कर इसे आम नागरिकों के लिए सुलभ किया है. अधिवक्ता रणेश आनंद ने कानूनों में हुए बदलावों का नागरिकों पर पड़नेवाले प्रभाव से अवगत कराया. महर्षि चाणक्य के कथन को उद्धृत करते हुए कहा कि भारतीय न्याय मत्स्य न्याय नहीं होना चाहिए. अधिवक्ता अवनीश रंजन मिश्र ने कहा कि पहले मॉब लिचिंग जैसे अपराध के लिए कोई परिभाषित कानून नहीं था. अब इसे कानून में बदलाव कर परिभाषित किया गया है. उन्होंने बताया कि नये कानून में 18 वर्ष से कम आयु के सभी को चाइल्ड माना गया है.इनकी थी सहभागिता :
कार्यक्रम का संचालन डॉ रोशन व धन्यवाद ज्ञापन मिथलेश महथा ने किया. मौके पर पूर्व प्राचार्य प्रो यमुना प्रसाद, जिप प्रतिनिधि उदय सिंह, धनवार थाना से एसआई, डॉ कन्हैया राय, डॉ कृष्णा, हेमन्त कुमार सिंह, डॉ अनिल बरनवाल, विवेक कुमार राय, युगल किशोर राय, डॉ दुलारी कुमारी, जनार्दन मौर्या, अनिल कुमार अंगद कुमार,सनोज कुमार, मनोहर ठाकुर, रवि शंकर मोदी, नीरज कुमार, किशोर सिंह प्रदीप राणा आदि सहित बड़ी संख्या में विद्यार्थी उपस्थित थे.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है