पड़रिया में नल जल योजना फेल, पेयजल संकट गहराया
बगोदर प्रखंड की दोंदलो पंचायत के पड़रिया गांव में पेयजल संकट गहरा गया है. तालाब और कुआं लोगों को सहारा बना हुआ. गांव में एक चापाकल पर पानी लेने के लिए लोगों की भीड़ जुट जाती है. काफी मुश्किल से पानी मिलता है.
तालाब और कुआं बना ग्रामीणों सहारा, एक चापाकल पर लोगों को लगती है भीड़
बगोदर. बगोदर प्रखंड की दोंदलो पंचायत के पड़रिया गांव में पेयजल संकट गहरा गया है. तालाब और कुआं लोगों को सहारा बना हुआ. गांव में एक चापाकल पर पानी लेने के लिए लोगों की भीड़ जुट जाती है. काफी मुश्किल से पानी मिलता है. यहां नल जल के तहत कार्य किया गया है. लेकिन, यह योजना ग्रामीणों के लिए बेकार साबित हो रहा है. प्रखंड मुख्यालय से 12 किमी दूर है दोंदलो पंचायत का पड़रिया गांव. यहां नल जल योजना के तहत स्ट्रक्चर बनाकर पानी लगायी गयी है. लेकिन, ग्रामीणों को समुचित रूप से पानी नहीं मिल रहा है. कई जगह पर जमीन पर पाइप फटी हुई है. विभाग जलापूर्ति के प्रति गंभीर नहीं है. इससे ग्रामीणों का विभाग के प्रति आक्रोश बढ़ रहा है. गांव में करीब 75 घर हैं.क्या कहते हैं ग्रामीण व मुखिया
सात माह पहले पड़रिया में तीन जगहों पर टंकी लगायी गयी है. लेकिन पानी ठीक से नहीं मिल पाता है. कहीं पर पाइप फटी हुई है, तो कहीं पर टंकी में पानी ही नहीं चढ़ रहा है. विभाग इस पर ध्यान दे.
मनोज कुमार
पड़रिया राजस्व गांव की श्रेणी में आता है. यहां के लोग एक चापाकल के भरोसे हैं. गांव में सात-आठ माह पूर्व स्ट्रक्टर बनाकर तीन टंकी लगाया गयी थी. लेकिन, किसी से पानी नहीं मिलता है.बासुदेव सिंह
गांव में पानी का सहारा तालाब और कुआं है. चापाकल भी दस बाल्टी पानी देने के बाद जवाब दे देता है. नल जल के तहत घरों में नल लगाया गया है. शुरू में पानी मिल रहा था. बाद में वह भी बंद हो गया.कमलदेव सिंह
विभाग को जलसंकट से कई बार अवगत कराया गया. लेकिन, कोई पहल नहीं हुई. ड्राई जोन में टंकी लगायी गयी है. संवेदक सिर्फ टंकी लगाकर छोड़ दिया है. ग्रामीण बानी के लिए परेशान हैं.तुलसी महतो, मुखिया, दोंदलो पंचायतजल्द शुरू होगी जलापूर्ति : जेई
इस संबंध में विभाग के जेई लालू महतो ने कहा कि तीनों प्वाइंट की जांच कर चालू करवाया जायेगा, ताकि लोगों को समुचित पानी मिल सके. जल्द ही जलापूर्ति शुरू होगी. साथ ही पंचायत में खराब चापाकल की मरम्मत करायी जायेगी.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है