हाजिरी बनाकर शिक्षक गायब, बच्चे नदारत
प्रखंड के सुदूरवर्ती गांवों में शैक्षणिक व्यवस्था भगवान भरोसे है. कहीं दो के स्थान पर एक शिक्षक तो कहीं 80 के स्थान पर 50 बच्चे स्कूल आते हैं. कहीं एमडीएम बंद है तो कहीं स्कूल में ताला लटका होता है.
उप्रावि शंकरपुर में 10 बजे लटका मिला ताला, पाकशाला भी बंद गांडेय (गिरिडीह). प्रखंड के सुदूरवर्ती गांवों में शैक्षणिक व्यवस्था भगवान भरोसे है. कहीं दो के स्थान पर एक शिक्षक तो कहीं 80 के स्थान पर 50 बच्चे स्कूल आते हैं. कहीं एमडीएम बंद है तो कहीं स्कूल में ताला लटका होता है. कुछ ऐसा ही नजारा शनिवार को प्रखंड के प्राथमिक विद्यालय शंकरपुर में देखने को मिला. यहां सुबह 10 बजे विद्यालय बंद था और एमडीएम बनाने के लिए निर्मित पाकशाला में ताला लटका था. यहां शिक्षक गायब थे और बच्चे भी नदारद मिले. इतना ही नहीं यहां बच्चों के लिये मध्याह्न भोजन बनाने के लिये निर्मित पाकशाला में भी ताला लटका हुआ था. ग्रामीणों ने बताया कि यहां एक शिक्षक पदस्थापित हैं. यहां 34 बच्चे नामांकित हैं. शनिवार को शिक्षक स्कूल तो आये, लेकिन तुरंत वापस चले गये. इसके कारण बच्चे भी स्कूल नहीं पहुंचे. विद्यालय के शिक्षक सह सचिवजॉनसन बास्के से दूरभाष पर बात करने का प्रयास किया, तो उन्होंने फोन रिसीव नहीं किया. एक दिन की काटी जायेगी हाजिरी : बीपीओ प्रखंड कार्यक्रम पदाधिकारी (बीपीओ) श्रद्धा कुमारी ने कहा कि उप्रावि शंकरपुर के शिक्षक सह सचिव जॉनसन बेसरा ने शनिवार को 6.54 बजे ऑनलाइन हाजरी बनाया है. हाजिरी बनाकर स्कूल बंद कर दिये जाने के मामले में स्पष्टीकरण करते हुए एक दिन की हाजिरी काटी जायेगी.