अंतर जिला स्थानांतरण किये जाने के छह माह बाद भी शिक्षकों को विरमित नहीं किये जाने से उनकी परेशानी बढ़ गयी है. इसमें काफी संख्या में ऐसे शिक्षक भी शामिल हैं जो असाध्य रोग से पीड़ित हैं या दिव्यांग हैं. जबकि कई शिक्षक ऐसे भी हैं जिनके माता-पिता बीमार हैं. और उन्हें देखने वाला फिलहाल कोई नहीं है.
मिली जानकारी के अनुसार शिक्षा विभाग ने प्राथमिक व माध्यमिक कुल 200 शिक्षकों का स्थानांतरण सूची जारी की है. इसमें से लगभग 55 शिक्षक ऐसे हैं जिन्हें अब तक गिरिडीह जिला से विरमित नहीं किया गया है. परेशान शिक्षकों ने विरमित पत्र जारी करने की मांग को लेकर मंगलवार को डीएसई व डीइओ कार्यालय के समक्ष प्रदर्शन किया. आक्रोशित शिक्षकों का कहना है कि उनका स्थानांतरण छह माह पूर्व हो गया है और कई शिक्षकों को विरमित भी किया जा चुका है. लेकिन प्रथम सूची से 154 में से 8 शिक्षकों को और दूसरी सूची से 48 में से 47 शिक्षकों को अब तक विरमित नहीं किया गया है. इस मामले को लेकर प्रदर्शन के दौरान कई शिक्षक रो रहे थे. बोल रहे थे कि उनके साथ-साथ उनके घरवाले भी काफी परेशान हैं. यदि विरमित पत्र मिल जाता तो वे अपने घर पहुंचकर सरकार की सेवा कर सकते हैं. माधुरी पांडेय ने बताया कि उनका अंतर जिला स्थानांतरण गिरिडीह से धनबाद हुआ है. लेकिन उन्हें विरमित नहीं किया जा रहा है. बताया कि मेरे माता-पिता की तबियत खराब है. साथ ही यह भी बताया कि इनमें से कई शिक्षक दिव्यांग हैं और कई असाध्य रोग से पीड़ित हैं. बेबस और लाचार लोगों का सुनने वाला कोई नहीं है.विभाग का चक्कर लगाते-लगाते थक चुकी हूं : रेखा सिन्हा
रेखा सिन्हा ने बताया कि वह गिरिडीह जिला के डुमरी में पदस्थापित थीं. उनका स्थानांतरण दिव्यांग कोटा से धनबाद हुआ है. लेकिन विरमित आदेश नहीं निकलने के कारण वह जा नहीं पा रही हैं. कहा कि विभाग का चक्कर लगाते-लगाते उनके साथ-साथ कई शिक्षक परेशान हैं. लेकिन उन्हें सिर्फ दौड़ाया जा रहा है. विभाग का चक्कर लगाते-लगाते सभी थक चुके हैं. लेकिन उनकी कोई नहीं सुन रहा. विभाग के अधिकारी अपनी मनमानी कर रहे हैं. बताया कि डीएसई द्वारा कभी निदेशक के स्तर से विरमित रोकने की बात कही जा रही है तो कभी गिरिडीह के डीसी का हवाला दिया जा रहा है.स्क्रूटनी किया जा रहा है शीघ्र किया जायेगा विरमित : डीइओ
जिला शिक्षा पदाधिकारी वसीम अहमद ने कहा कि कुछ लोग विरमित होने के बाद भी यहीं रहना चाहते हैं. इसलिए स्क्रूटनी का काम किया जा रहा है. कहा कि माध्यमिक स्कूलों के शिक्षकों की एक सूची तैयार की जा रही है. जो लोग स्थानांतरण जिला में जाना चाहते हैं उन्हें शीघ्र ही विरमित किया जायेगा. बताया कि कई शिक्षक ऐसे हैं जो अंतर जिला स्थानांतरण के बाद भी स्थानांतरित जिले में इसलिए नहीं जाना चाहते क्योंकि वहां उन्हें मुख्यालय से काफी दूर पदस्थापित किया गया है. साथ ही दो और तीन अक्टूबर को अवकाश रहने के कारण कई लोगों का कहना है कि तीन अक्टूबर के बाद विरमित पत्र जारी किया जाये. इधर जिला शिक्षा अधीक्षक नयन कुमार ने कहा कि डीसी महोदय से अनुमति मिलते ही संबंधित शिक्षकों को विरमित पत्र जारी कर दिया जायेगा.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है