Giridih News: धनवार प्रखंड की तीन पंचायतों में टीम ने की जल नल योजना की जांच

Giridih News: डीसी गिरिडीह द्वारा गठित जांच टीम ने मंगलवार को बीडीओ देवेंद्र कुमार दास की अगुवाई में धनवार प्रखंड क्षेत्र में जल-नल योजना की वर्तमान स्थिति की जांच की. इस क्रम में गोरहंद, महेशमरवा व बलहारा पंचायत में जल-नल योजना की जांच की गयी.

By Prabhat Khabar News Desk | February 4, 2025 11:15 PM

जांच में बलहारा व महेशमरवा पंचायत में दर्जनों बड़े बड़े जलमीनार लगे पाये गये. स्ट्रक्चर पर पांच हजार लीटर की पानी टंकी लगी थी, लेकिन आधे से अधिक जलमीनारों किसी-न-किसी वजह से जलापूर्ति बंद थी. किसी में जलमीनार में कंट्रोलर नहीं मिला तो कहीं ग्रामीणों ने बोरिंग धंसे होने की शिकायत की. मुहल्ले में जब पदाधिकारी जलमीनार स्थल पर पहुंचते थे तो दर्जनों लोग जमा होकर मीनार से पानी नहीं पहुंचने की शिकायत करते दिखे.

डेढ़ वर्ष में एक सप्ताह ही हुई जलापूर्ति

इस दौरान बलहारा पंचायत के तारानाखो मोड़ के पास व बभनी में लगे जलमीनार के बारे में ग्रामीणों ने बताया कि जलमीनार लगे लगभग डेढ़ वर्ष हो गये हैं, लेकिन इस दौरान एक सप्ताह ही यहां के लोगों को पानी मिल पाया. इसी पंचायत के कठुवा में लोगों ने बताया कि हम लोगों को कभी-कभार ही पानी मिलता है. महेशमरवा पंचायत के कई गांवों में भी लगभग आधे जलमीनार बंद पाये गये.

103 करोड़ की पचखेरो डैम परियोजना में भी बहुत कार्य अधूरा

जांच टीम जल नल की बड़ी परियोजना पचखेरो डैम पहुंची, जहां डैम में कंस्ट्रक्शन का काम लगभग 80 प्रतिशत पूरा हो चुका है, लेकिन मोटरपाइप नहीं लगी है. गोरहंद गांव के पास डब्ल्यूटीपी का कार्य फिलहाल बंद पाया गया. संवेदक के लोगों ने बताया कि दो-तीन दिनों से कार्य बंद है, कर्मी छुट्टी पर गये हैं. गोरहंद डैम से जल नल की 103 करोड़ की यह परियोजना वर्ष 2024 में ही पूरा हो जानी थी.

इस परियोजना से गोरहंद, धर्मपुर, बोदगो, करगाली, हेमरोडीह, मकडीहा, जेरूवाडीह, केंदुआ समेत कुल नौ पंचायत के लगभग 44 हजार घरों में पानी पहुंचाने का लक्ष्य निर्धारित है, लेकिन 2025 का एक माह बीत जाने के बाद भी बहुत से कार्य होने बाकी है.

शोभा की वस्तु बन कर रह गयी है जलमीनार

बीडीओ देवेंद्र कुमार दास ने बताया कि तीन पंचायतों में जल नल योजना की जांच की जा रही है. जांच के बाद योजना की वर्तमान स्थिति से वरीय पदाधिकारी को अवगत कराया जायेगा.

कहा कि बहुत जगह जलमीनार शोभा की वस्तु बनकर रह गयी है. टीम में बीपीओ, सहायक अभियंता निखिल मंडल, पवन कुमार, पंचायत सचिव राजकुमार रजवार आदि शामिल थे.

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