Giridih News: गड़बड़ी की जांच करने पहुंची टीम, धनबाद के अधीक्षण अभियंता बोले- पारगो तलैया में जल जीवन मिशन से नहीं हुआ है काम
जल जीवन मिशन के तहत हर घर जल योजना की जांच के लिए देवघर और धनबाद के अधीक्षण अभियंता सोमवार को पारगो तलैया गांव पहुंचे. गांव पहुंचने के बाद वहां की स्थिति देख सभी अधिकारी हतप्रभ रह गये. क्योंकि जल जीवन मिशन से एक भी कार्य धरातल पर नहीं दिख रहा था. एक भी घर में नल से जल नहीं पहुंचा था.
गिरिडीह जिले के डुमरी प्रखंड अंतर्गत अमरा पंचायत के पारगो तलैया गांव में हर घर जल पहुंचाने की गलत रिपोर्ट सरकार से की गयी थी. पिछले दिनों केंद्रीय टीम ने स्थल का निरीक्षण किया था और केंद्र सरकार के पेयजल व स्वच्छता विभाग को सूचित किया था कि झारखंड के रांची में स्थित हरातू और गिरिडीह में स्थित पारगो तलैया गांव में हर घर जल पहुंचाने के मामले में गलत रिपोर्टिंग की गयी है.
रिपोर्ट में बताया गया है कि इन गांवों के हर घर को नल से जल उपलब्ध करा दिया गया है. इस मामले का खुलासा प्रभात खबर में होने के बाद राज्य सरकार ने देवघर और धनबाद के अधीक्षण अभियंता को जांच की जिम्मेदारी सौंपते हुए दो दिनों के अंदर रिपोर्ट भेजने का आदेश दिया है. इसी आदेश के आलोक में देवघर के अधीक्षण अभियंता अरविंद मुर्मू और धनबाद के अधीक्षण अभियंता रियाज आलम पारगो तलैया पहुंचे. उनके साथ पेयजल एवं स्वच्छता विभाग प्रमंडल टू के कार्यपालक अभियंता भिखराम भगत समेत जिले के अन्य अभियंता भी गांव पहुंचे. गांव का निरीक्षण करने के बाद दोनों अधीक्षण अभियंता ने कई लोगों से पूछताछ की. हुंडरूटांड़ टोला पहुंचने के बाद देखा कि दो गलियों में जेसीबी से गड्ढा कर पाईपलाइन बिछा दिया गया है. कई घरों तक पाईप लाइन पहुंचाया गया है. लेकिन जल का स्रोत कहीं नहीं पाया गया.पेयजल व स्वच्छता विभाग के धनबाद अंचल के अधीक्षण अभियंता रियाज आलम ने बताया कि पारगो तलैया गांव में कहीं भी जल जीवन मिशन से कोई काम नहीं हुआ है. एसटी योजना से जलापूर्ति की एक योजना पायी गयी जिसके माध्यम से कुछ घरों में पानी पहुंच रहा था. जब लाभुकों से पूछताछ की गयी तो इस दौरान लाभुकों ने बताया कि इस योजना से कुछ ही दिन पानी मिला. इसके बाद काफी लंबे समय से जल की आपूर्ति हो ही नहीं रही है. बताया कि रविवार को कुछ लोगों ने आकर छह घरों में नल लगवा दिया और खराब पड़े टंकी के कंट्रोलर को ठीक करने के बाद पानी चालू किया गया है. श्री आलम ने कहा कि हर घर जल की रिपोर्टिंग किस तरह से की गयी है, इसकी जांच-पड़ताल की जा रही है. उन्होंने कहा कि डीपीआर के साथ-साथ मापी पुस्तिका की भी मांग की गयी है. कहा कि एक-दो दिनों के भीतर रिपोर्ट विभाग के वरीय अधिकारियों को भेज दी जायेगी.
एसटी योजना के सभी लाभुकों को एक सप्ताह में पानी देने का निर्देश
जब पेयजल एवं स्वच्छता विभाग के धनबाद अंचल के अधीक्षण अभियंता रियाज आलम एसटी गांव में पहुंचे तो पाया कि 22 लाभुकों में से कुछ के ही घरों में पानी पहुंचाया गया है. उन्होंने स्थल पर मौजूद कनीय अभियंता को निर्देश दिया कि एसटी योजना के सभी लाभुकों को एक सप्ताह के अंदर पानी देना सुनिश्चित करें. अधीक्षण अभियंता रियाज आलम ने कहा कि संबंधित एजेंसी को पांच साल तक मेंटेनेंस करना था. किन परिस्थितियों में मेंटेनेंस का काम नहीं किया गया, इसकी भी जांच करायी जायेगी.
नहीं पता चला कि खुलासे के बाद किसने बिछायी पाइपलाइन
हैरान करने की बात तो यह है कि जांच के लिए पहुंचे दो-दो टीम भी पता नहीं लगा सकी कि आनन-फानन में पारगो तलैया के हुंडरूटांड़ गांव में किसने पाईपलाइन बिछायी है. बता दें कि प्रभात खबर में खुलासे के बाद आनन-फानन में गांव के दो-दो गलियों में जेसीबी से गड्ढा किया गया और पाईपलाईन बिछाया गया. पाईपलाईन बिछाने के दौरान यह भी नहीं देखा गया कि उस पाईपलाइन से बिना जलस्रोत के पानी की आपूर्ति कैसे की जायेगी. जांच के क्रम में आसपास एक भी जलस्रोत नहीं पाया गया. जब अधीक्षण अभियंता ने कनीय अभियंता से पूछा कि पाईप किसके द्वारा बिछायी गयी है तो उनका कहना था कि यह काम किसने कराया है, इसकी जानकारी उन्हें भी नहीं है.
डीसी के निर्देश पर अलग टीम ने भी किया जांच
इधर डीसी के निर्देश पर एक दूसरी टीम डुमरी के एलआरडीसी जितराय मुर्मू और बीडीओ अन्वेशा ओना के नेतृत्व में जल जीवन मिशन की जांच के लिए पहुंची. दोनों अधिकारियों ने पारगो तलैया के हर टोले का निरीक्षण किया और इस दौरान कई ग्रामीणों से पूछताछ की. गांव के शिवलाल हांसदा और फुलमणि देवी से जलापूर्ति के संबंध में कई जानकारियां ली. उनलोगों ने अधिकारियों को बताया कि अखबार में न्यूज छपने के बाद गांव के लोग आनन-फानन में पाईप बिछाने लगे. लेकिन मामला बढ़ता देख सभी लोग धीरे-धीरे फरार हो गये. आज किसी के द्वारा कोई काम नहीं लगाया गया था. डीसी नमन प्रियेश लकड़ा ने बताया कि दो अधिकारियों के नेतृत्व में एक टीम मेरे द्वारा जांच के लिए भेजी गयी थी. अधिकारियों ने बताया है कि जल जीवन मिशन से कोई काम नहीं किया गया है. उन्होंने कहा कि जांच रिपोर्ट आने के बाद इस मामले में जो भी लोग दोषी पाये जायेंगे, उनके विरूद्ध कार्रवाई की जायेगी.
डीपीआर के साथ-साथ मापी पुस्तिका भी मांगी
पेयजल व स्वच्छता विभाग के धनबाद अंचल के अधीक्षण अभियंता रियाज आलम ने बताया कि पारगो तलैया गांव में जल जीवन मिशन से कोई काम नहीं हुआ है. एसटी से जलापूर्ति की एक योजना पायी गयी, जिसके माध्यम से कुछ घरों में पानी पहुंचाया गया था. जब लाभुकों से पूछताछ की गयी तो उन्होंने बताया कि इस योजना से कुछ ही दिन पानी मिला. काफी लंबे समय से जल की आपूर्ति नहीं हो रही है. बताया कि रविवार को कुछ लोगों ने आकर छह घरों में नल लगा दिया और खराब पड़ी टंकी के कंट्रोलर को ठीक करने के बाद पानी चालू किया. श्री आलम ने कहा कि हर घर जल की रिपोर्टिंग किस तरह की गयी है, इसकी जांच की जा रही है. उन्होंने बताया कि डीपीआर के साथ-साथ मापी पुस्तिका की भी मांग की गयी है. एक-दो दिनों के भीतर रिपोर्ट विभाग के वरीय अधिकारियों को भेज दी जायेगी.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है