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पांच लाख रुपये में बेच दी गयी किशोरी, भाई ने लगायी न्याय की गुहार

जिले के परसन ओपी क्षेत्र में स्थित सलैयडीह की 15 वर्षीया एक छात्रा को पांच लाख रुपये में बेच देने का मामला सामने आया है. यह छात्रा एक स्कूल में आठवीं कक्षा में पढ़ती है.

By Prabhat Khabar News Desk | April 30, 2024 12:28 AM

गिरिडीह. जिले के परसन ओपी क्षेत्र में स्थित सलैयडीह की 15 वर्षीया एक छात्रा को पांच लाख रुपये में बेच देने का मामला सामने आया है. यह छात्रा एक स्कूल में आठवीं कक्षा में पढ़ती है. छात्रा के भाई ने खोरीमहुआ के एसडीओ समेत कई अधिकारियों को पत्र लिखकर न्याय की गुहार लगायी है. भाई का कहना है कि उसके पिता शराब पीते हैं और गांव के ही कुछ बिचौलियों ने मिलकर मेरी बहन को उत्तर प्रदेश के रहने वाले एक युवक के पास बेच दिया है. उसका कहना है कि कुछ लोगों ने उनकी बहन की जबरन शादी करा दी है और शादी के आढ में लड़की की खरीद-बिक्री की गयी है. इस संबंध में उन्होंने परसन ओपी में भी लिखित शिकायत की है, परंतु अभी तक किसी भी तरह की कार्रवाई नहीं की गयी है.

लड़की खरीद-बिक्री के मामले में प्राथमिकी दर्ज न होना दुर्भाग्यपूर्ण :

बनवासी विकास आश्रमबनवासी विकास आश्रम के सुरेश शक्ति ने कहा कि नाबालिग लड़की की खरीद-बिक्री का मामला अत्यंत गंभीर है. बाल विवाह मुक्त भारत अभियान में इस मामले को गंभीरता से लिया है. उन्होंने कहा कि वह स्वयं इस अभियान से जुड़े हुए हैं और पूरे मामले से उन्होंने गिरिडीह के उपायुक्त, राजधनवार के बीडीओ, राजधनवार के थाना प्रभारी, जिला बाल संरक्षण पदाधिकारी समेत कई अधिकारियों को इसकी विस्तृत जानकारी दी है. लेकिन, इस मामले पर प्राथमिकी दर्ज न होना दुर्भाग्यपूर्ण है. कहा कि बहन से बेपनाह स्नेह रखने वाला उसका सहोदर भाई फेक मैरेज और लड़की खरीद-बिक्री की त्रासदी का अंदेशा से भयभीत है. वह न्याय की गुहार लग रहा है, लेकिन कोई सुनने वाला नहीं है. श्री शक्ति ने कहा कि झारखंड में बेटियां ठगी की शिकार हो रही हैं. ऐसे में इस तरह के मामलों में संवेदनहीन बना रहना काफी आश्चर्यजनक है. उन्होंने अंदेशा व्यक्त किया कि झारखंड में लड़की खरीद-बिक्री करने वाले की यह करतूत है. पुलिस प्राथमिकी दर्ज कर मामले की जांच की जाये तो, पूरे मामले का पर्दाफाश हो सकता है.

थाने को दिया गया है जांच रिपोर्ट देने का आदेश : एसडीओ

खोरीमहुआ के एसडीओ मनोज कुमार ने बताया कि दो दिन पूर्व उन्हें इस मामले में एक आवेदन मिला है. आवेदन उन्होंने परसन ओपी को भेज दिया है और पूरे मामले की जांच रिपोर्ट सौंपने का आदेश दिया है. उन्होंने बताया कि इसके साथ ही जिला बाल संरक्षण समिति को भी एक पत्र लिखा गया है. उन्हें भी जांच कर मामले में अग्रेतर कार्रवाई करने का निर्देश दिया गया है. एसडीओ ने बताया कि जांच रिपोर्ट आने के बाद वह इस मामले में आगे की कार्रवाई करेंगे.

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