अन्य अपराधों समेत सड़क दुर्घटनाओं में अप्रत्याशित कमी
गिरिडीह : कोरोना महामारी के खिलाफ केंद्र व राज्य की सरकार ने जंग छेड़ी है. इसकी शुरुआत 22 मार्च को पीएम द्वारा लगाये गये जनता कर्फ्यू से की गयी. इसके बाद 24 मार्च की शाम से झारखंड समेत विभिन्न राज्यों में लॉकडाउन लागू कर दिया गया. लॉकडाउन के बाद से आपराधिक घटनाओं से लेकर सड़क […]
गिरिडीह : कोरोना महामारी के खिलाफ केंद्र व राज्य की सरकार ने जंग छेड़ी है. इसकी शुरुआत 22 मार्च को पीएम द्वारा लगाये गये जनता कर्फ्यू से की गयी. इसके बाद 24 मार्च की शाम से झारखंड समेत विभिन्न राज्यों में लॉकडाउन लागू कर दिया गया. लॉकडाउन के बाद से आपराधिक घटनाओं से लेकर सड़क दुर्घटनाओं में अप्रत्याशित कमी देखी गयी है. प्रभात खबर ने 05 मार्च से लेकर 07 अप्रैल के दौरान घटी घटनाओं का अध्ययन किया है. इस अध्ययन के दौरान चौकाने वाले आंकड़े सामने आये हैं. जहां सड़क दुर्घटनाओं व इससे होनेवाली मौतों में कमी आयी है. वहीं दुष्कर्म, चोरी, छिनतई, डकैती जैसी घटनाओं में भी अप्रत्याशित कमी देखी गयी. जिस शहर में आये दिन बाइक की चोरी होती थी वहां अभी बाइक चोरी की एक-दो घटना सुनने को मिली. जबकि जमीन विवाद को लेकर मारपीट के मामले भी काफी कम हुए हैं. वहीं महिला हिंसा की घटनाएं भी काफी कमी हुई है.
सड़क दुर्घटना :05 मार्च से 21 मार्च तक के आंकड़ों पर गौर किया गया तो पता चला कि इस दौरान 40 से अधिक सड़क दुर्घटनाएं हुई. इन घटनाओं में 85 लोग घायल हुए. जबकि 13 लोगों की मौत हुई थी. इन घटनाओं में से कुछेक मामला आपसी स्तर पर ही निबटा लिया गया. वहीं 22 मार्च से 07 अप्रैल तक के आंकड़ों पर गौर किया गया तो पता चला कि दुर्घटना की दर पिछले 17 दिनों के मुकाबले महज 20 प्रतिशत ही रही है. इन 17 दिनों में 07 दुर्घटनाएं हुईं. इन सात घटनाओं में पांच लोग ही मरे. जबकि 09 लोग घायल हुए. बॉक्सलॉकडाउन में दर्ज हुए दुष्कर्म के दो मामले :05 मार्च से 21 मार्च तक जिले के अलग-अलग थाना इलाके में दुष्कर्म के कुल पांच मामले दर्ज किये गये थे. जबकि छेड़खानी से जुड़ी चार शिकायत दर्ज की गयी थी. प्रेम प्रसंग के भी लगभग आधा दर्जन मामले थाना तक पहुंचे थे. इसके विपरीत जनता कर्फ्यू से लेकर अभी तक दुष्कर्म के दो मामले दर्ज किये गये हैं. इनमें एक मामला सामूहिक दुष्कर्म का है जो गावां थाना में दर्ज किया गया और इस मामले में सभी छह आरोपियों को गिरफ्तार कर पुलिस ने जेल भेज दिया.
वहीं दूसरा मामला बिरनी थाना में अंकित किया गया था. बिरनी में सगे देवर पर दुष्कर्म का आरोप लगाया गया था.आरोपी देवर को बिरनी पुलिस ने जेल भेज दिया. बॉक्सनहीं हुई एक भी बाइक की चोरी :गिरिडीह पुलिस के लिए हमेशा से ही बाइक चोर सिरदर्द साबित होते रहे हैं. शहरी इलाके में तो बाइक चोरी आम बात थी. हालांकि लॉकडाउन में शहरी क्षेत्र में बाइक चोरी का मात्र एक मामला सामने आया है. हाल के आंकड़े पर गौर किया जाये तो 5 से 21 मार्च में 08 बाइक की चोरी हुई थी. जबकि 22 से 7 मार्च तक बाइक चोरी की एक घटना घटी है. शहर में हुई चोरी की तीन घटनाएं :हालांकि लॉकडाउन के दौरान चोरी की छिटपुट घटनाएं हो रही है. 24 मार्च को बेंगाबाद में दो घरों का ताला तोड़कर चोरी हुई. 27 मार्च को घोड़थम्भा में गुमटी तो 31 मार्च को इसी थाना इलाके में शराब की दुकान में चोरी हुई. इसी तरह 30 मार्च को शहरी इलाके के दो स्थानों व 31 मार्च की रात को मुफस्सिल थाना इलाके के पटेल नगर में शिक्षक के घर में चोरी की घटना घटी.
मारपीट की घटनाओं में भी कमी :लॉकडाउन के दौरान मारपीट की घटनाओं में भी कमी देखी गयी. पहले 17 दिनों में मारपीट के दो दर्जन मामले सामने आये. जिसमें 50 से अधिक लोग घायल या मामूली तौर पर चोटिल हो गये थे. लॉकडाउन के दरमियान मारपीट के एक दर्जन मामले आये. जिसमें घायलों की संख्या लगभग 40 से 42 रही. 5 अप्रैल को एक ही दिन धनवार, जमुआ व गावां में मारपीट की घटना घटी. इन घटनाओं में 35 लोग घायल हो गये. बॉक्स17 दिनों में विभिन्न घटनाओं में हुई है चार की मौत :लॉकडाउन के दौरान 17 दिनों के अंदर चार लोगों की संदिग्ध परिस्थिति में मौत हो गयी. 23 मार्च को पीरटांड़ में महिला ने फांसी लगाकर जान दे दी. 25 मार्च को मुफस्सिल थाना इलाके के बराकर शिव मंदिर के समीप पेड़ पर एक शव झूलता हुआ मिला था. वहीं राजधनवार में नाबालिग की जलने से मौत हो गयी थी. साथ ही सात अप्रैल को मुफस्सिल इलाके में एक युवक की मौत हुई थी.