Giridih News :संवेदक ने काटा तालाब का मेड़, ग्रामीणों में आक्रोश
Giridih News :लघु सिंचाई विभाग से तालाब मरम्मत का कार्य लिए संवेदक के क्रियाकलाप से ग्रामीणों में आक्रोश है. संवेदक ने शनिवार को तालाब का मेड़ काट दिया.
मामला हरिला पंचायत के राजा आहर का
विरोध करने पर भागा संवेदक
लघु सिंचाई विभाग से तालाब मरम्मत का कार्य लिए संवेदक के क्रियाकलाप से ग्रामीणों में आक्रोस है. मामला बेंगाबाद प्रखंड के हरिला पंचायत के राजा आहर का है. बताया जाता है कि लघु सिंचाई विभाग से उक्त तालाब का 59 लाख रुपये की लागत से कायाकल्प होना है. इसके लिए देवघर के एक संवेदक को कार्य की जिम्मेदारी सौंपी गयी है. संवेदक ने बिना ग्रामीणों की सहमति लिए शनिवार को तालाब का मेड़ काट दिया. तालाब का मेड़ काटने से तालाब में मछली जीरा डालने वाली स्थानीय समिति सदस्यों ने आपत्ति जतायी. स्थानीय मुखिया सुधीर रजवार की अगुवाई में ग्रामीण तालाब पहुंचे. ग्रामीणों का कहना है कि तालाब में सालों भर पानी रहता है. उक्त तालाब में स्थानीय समिति की ओर से मछली का जीरा डाला गया है. वहीं, ग्रामीण उक्त तालाब से गेहूं, सरसों आदि फसलों में पटवन करते हैं. संवेदक ने ग्रामीणों को बिना जानकारी दिये तालाब का मेड़ काट दिया है, जिससे तालाब का पानी बाहर निकलने लगा. जानकारी मिलने पर पहुंचे ग्रामीणों ने संवेदन पहुंचे, लेकिन वह मौके फरार हो गया.तालाब से बहने लगी
मछली
ग्रामीणों ने बताया कि तालाब का मेड़ काटने से मछली बहने लगी, जिससे राजस्व की क्षति हुई है. ऐसे में मत्स्य विभाग को राजस्व जमा करने में परेशानी होगी. वहीं ग्रामीणों की फसलों में पटवन की समस्या उत्पन्न होगी. कहा संवेदक ने यहां पर कोई सूचना बोर्ड भी नहीं लगाया है, जिससे पता चल पाये कि तालाब का जीर्णोद्धार होना है. ग्रामीण अजय राणा, विकास सिंह, प्रकाश वर्मा, प्रदीप तुरी, मनोज वर्मा, रविंद्र राणा, सुभाष सिंह, गुड्डे साव सहित अन्य ने बताया कि तालाब का जीर्णोद्धार सूखाड़ में कराया जाये, तब तक मत्स्य समिति मछली को निकाल लेगी, वहीं किसानों की फसल भी तैयार हो जायेगी. इसके पूर्व तालाब का मेड़ काटकर पानी बहा देने से मुश्किल का सामना करना पडेगा. ग्रामीणों ने विभाग को इसकी जानकारी देते हुए आवश्यक पहल की मांग की है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है