गिरिडीह.
डुमरी थाना क्षेत्र के ससारखो गांव में एक नाबालिग छात्रा ने मामूली बात पर कीटनाशक का सेवन कर जान दे दी. घटना शनिवार रात की है. विषपान के बाद परिजन किशोरी को लेकर सदर अस्पताल पहुंचे थे, किंतु चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया. ऐसे में परिजन बिना पोस्टमार्टम कराये ही बच्ची का शव लेकर घर चले गये. बताया जाता है कि सरिया थाना क्षेत्र की रहनेवाली 15 वर्षीया छात्रा पिंकी मरांडी पिता करण मरांडी पिछले कुछ वर्षों से पढ़ने के उद्देश्य से अपने मामा घर डुमरी थाना क्षेत्र के ससारखो में रह रही थी. किशोरी के पिता रोजगार के सिलसिले में मुंबई गये हैं. बच्ची आठवीं कक्षा की छात्रा थी. जानकारी के अनुसार, वह पिछले कुछ दिनों से किसी से लगातार मोबाइल पर बातचीत करती थी. इससे उसकी मामी नाराज रहती थी और पिंकी को पढ़ाई पर ध्यान देने को कहती थी. शनिवार को भी पिंकी अपने मोबाइल पर किसी से बात की और उससे मिलने चली गयी. वह जब वापस आयी तो उसकी मामी ने उसे डांट-फटकार लगायी. इसी बात से नाराज होकर पिंकी ने कीटनाशक का सेवन कर लिया. गोबर पिला कर इलाज करने के चक्कर में हुई देरी : जानकारी के अनुसार, पिंकी ने शनिवार की दोपहर ही कीटनाशक का सेवन कर लिया था. लेकिन उसे समय पर इलाज के लिए अस्पताल लाने की बजाय गोबर पिलाकर उसका इलाज घर में किया जा रहा था. शाम में जब छात्रा की तबीयत ज्यादा बिगड़ गयी, तब परिजन उसे इलाज के लिए लेकर सदर अस्पताल पहुंचे. जहां चिकित्सकों ने उसकी स्थिति गंभीर देख रेफर कर दिया. लेकिन, पिंकी की मौत हो गयी.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है