बिना बिजली कनेक्शन के शोभा की वस्तु बन कर रह गयी हाइमास्ट लाइट
आज से करीब 17 साल पहले बिरनी प्रखंड मुख्यालय के मुख्य द्वार व बारहमसिया चौक के पास 15 लाख रुपये की लागत से लगी हाइमास्ट लाइट इन दिनों केवल शोभा की वस्तु बनकर रह गयी है. इसकी बदहाली के कारण शाम होते ही इस सड़क पर अंधेरा छा जाता है.
17 साल पहले तत्कालीन विधायक विनोद सिंह ने 15 लाख रुपये की लागत से लगवायी थी लाइट
बिरनी.
आज से करीब 17 साल पहले बिरनी प्रखंड मुख्यालय के मुख्य द्वार व बारहमसिया चौक के पास 15 लाख रुपये की लागत से लगी हाइमास्ट लाइट इन दिनों केवल शोभा की वस्तु बनकर रह गयी है. इसकी बदहाली के कारण शाम होते ही इस सड़क पर अंधेरा छा जाता है. इसके बावजूद इसे ठीक करवाने जनप्रतिनिधि या जिम्मेदार अधिकारी कोई पहल करना जरूरी नहीं समझ रहे. बता दें कि वर्ष 2007 में तत्कालीन विधायक विनोद कुमार सिंह की पहल पर उक्त दोनों जगहों पर 15 लाख रुपये की लागत से हाइमास्ट लाइट लगायी गयी थी. लेकिन लाईट लगने के करीब 15 दिनों के बाद ही बिजली विभाग की ओर से ट्रांसफार्मर में खराबी आने की बात कहते हुए इसका कनेक्नश काट दिया गया. इसके बाद हाई मास्ट लाईट को फिर से बिजली कनेक्शन करने व बिजली बिल के भुगतान के सवाल पर मामला अधर में लटक गया. ग्रामीण व दुकानदार रंजीत मोदी, उत्तम साव, मनोज साव, गुरुदेव साव, प्रिंस कुमार, छत्रधारी रविदास आदि ने कहा कि हाई मास्ट लाईट तो लगा लेकिन इसका लाभ आम लोगों को नहीं मिल पाया.इसे चालू कराने को ले प्रयास करेंगे: सिंह
इस संबंध में विधायक प्रतिनिधि सीताराम सिंह ने कहा कि हाइमास्ट लाइट बरहमसिया मोड़ और प्रखंड मुख्यालय गेट के पास लगाया गया है. लेकिन बिजली विभाग व कतिपय दुकानदारों ने ट्रांसफार्मर पर अत्यधिक लोड की बात कहकर कनेक्शन कटवा दिया था. इसके साथ ही उन्होंने कहा कि इस मामले को लेकर विभाग व दुकानदारों से वार्ता कर इसे चालू कराने का प्रयास किया जायेगा.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है