बेंगाबाद थाना और प्रखंड परिसर के बीच में बने वन विभाग के गेस्ट हाउस की सुरत जल्द ही बदलने वाली है. वर्षों पहले बने इस गेस्ट हाउस को आधुनिक बनाने की दिशा में वन विभाग के अधिकारी जुटे हुए हैं. अल्बेस्टर सीट से बने गेस्ट हाउस को सुविधाओं से लैश किया जायेगा. इस विश्रामगृह में अतिथियों के लिए पार्किंग, पार्क सहित अन्य सुविधाओं को स्थापित किया जायेगा. विश्रामगृह को सोलर सिस्टम से चकाचक करने का भी कार्यक्रम तैयार किया गया है. इसे लेकर डीएफओ मनीष तिवारी ने बुधवार को वन विश्रामगृह का जायजा लिया. विभाग के कर्मियों को आवश्यक दिशा निर्देश देने के बाद साफ सफाई का कार्य भी शुरू करा दिया गया. वरीय अधिकारी के निर्देश के बाद मजदूरों को साफ-सफाई के कार्य में लगा दिया. अल्बेस्टर के बने विश्रामगृह को यथावत रखते हुए इसके सभी कमरों को वातानुकुलित बनाया जायेगा. वहीं अन्य सुविधाओं को भी यहां बहाल किया जायेगा. विभागीय पहल के बाद वर्षों पुराने इस विश्रामगृह का कायाकल्प होने की संभावना प्रबल हो गयी है. वहीं वन विभाग को राजस्व की भी प्राप्ति होगी.
यहां पर ठहर चुके हैं कई राजनेता
बेंगाबाद का विश्रामगृह का ऐतिहासिक जुड़ाव रहा है. वन विभाग की ओर से विश्रामगृह को चारों तरफ से बाउंड्री वाल से सुरक्षित किया गया है. वहीं इस विशाल कैंपस में कई तरह के पेड पौधे भी लगाये गये हैं. यहां पर बड़े-बड़े राजनेताओं को यात्रा के दौरान विश्राम के लिए ठहराया जा चुका है. केंद्र सरकार में कोयला मंत्री रहते शिबु सोरेन को दुमका जाने के क्रम में इस विश्रामगृह में कुछ देर के लिए ठहराया गया था. वहीं गांडेय विधानसभा की विधायक कल्पना मुमू सेारेन भी यहां पहुंच चुकी हैं. इसके अलावा विभिन्न पाटियों के यहां पर कार्यक्रम भी किये गये हैं. इस विश्रामगृह में कई सांसद और विधायक का आगमन हो चुका है. अब इसकी कायाकल्प हो जाने से इस विश्रामगृह का महत्व काफी बढ़ जाएगा. इधर, डीएफओ मनीष तिवारी ने बताया कि फिलहाल इस विश्रामगृह को दुरूस्त कराया जा रहा है. यहां सुविधाओं को बहाल किया जाएगा ताकि अतिथियों को बेहतर माहौल मिल सके. यहां पार्क, पार्किंग के साथ प्रकृति से जुडा आवासीय व्यवस्था उपलब्ध कराने का प्रयास है. कहा जैसे जैसे जरूरत होगी व्यवस्था को दुरूस्त किया जायेगा. मौके पर रेंजर सुरेश रजक, फारेस्टर दीवाकर तांती सहित कई अन्य कर्मी मौजूद थे.गांडेय में लगेगा मेडिसिनियल गार्डन व प्लांट : डीएफओ
डीएफओ मनीष कुमार तिवारी ने कहा कि गांडेय में झारखंड का पहला मेडिसिनियल गार्डन व प्लांट बनेगा. वह बुधवार को कस्तूरबा विद्यालय गांडेय के सामने मैदान का जायजा लेने के बाद पत्रकारों से बात कर रहे थे. उन्होंने कहा कि विलुप्त हो रहे औषधीय पौधों के प्रति लोगों को जागरूक करने व इसकी उपयोगिता को ले गांडेय में मेडिसिनियल प्लांट व गार्डन का निर्माण किया जायेगा. कहा कि हम सिर दर्द व बुखार आने पर पैरासिटामोल का सेवन करते हैं, वह चिरैता से बनता है. इसी तरह अन्य औषधीय पेड़ पौधे यथा सर्पगंधा, गिलोई आदि किसी न किसी रोग की दवा है. कहा कि मेडिसिन प्लांट व गार्डन में उक्त औषधीय पौधों के प्रति बच्चों को जागरूक किया जायेगा. कहा कि यहां पांच हेक्टेयर में मेडिसिन प्लांट गार्डन का निर्माण किया जाना है. मौके पर रेंजर सुरेश रजक, वनपाल दिवाकर तांती, वनरक्षी दीपक कुमार, विष्णु किस्कू, जितेंद्र सिंह समेत अन्य मौजूद थे.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है