सरिया. रांची-दुमका रोड समेत अन्य रोड किनारे फल व सब्जी विक्रेताओं की मनमानी
दुर्घटनाओं के बावजूद अभी तक समस्या समाधान की नहीं हुई ठोस पहल
सरिया.
सरिया नगर पंचायत क्षेत्र के रांची-दुमका मुख्य मार्ग सहित स्टेशन रोड में इन दिनों फल व सब्जी विक्रेता की मनमानी बढ़ गयी है. सड़कों के किनारे अस्थायी दुकान लगाये जाने से जाम की समस्या बनी रहती है. इससे आम आवाम को आने-जाने में परेशानियों का सामना करना पड़ता है. साथ ही दुर्घटनाओं की आशंका बनी रहती है. जाम के कारण कई बार लोग दुर्घटना का शिकार भी हुए हैं. लेकिन, इस समस्या पर ना तो किसी प्रशासनिक अधिकारी ने ध्यान नहीं दिया. बताते चलें कि स्टेशन रोड सरिया में सुबह से शाम तक सब्जी बेचने वाले लोग सड़क के दोनों ओर अपनी दुकानें या ठेला लगाते हैं. वहीं, कई लोग जमीन पर सब्जी व अन्य सामग्री बेचते नजर आते हैं. जबकि, हजारीबाग रोड रेलवे स्टेशन तथा गुड्स शेड होने के कारण यह रास्ता अत्यधिक व्यस्त रहता है. विभिन्न ट्रेनों से सफर करने वाले लोगों तथा रेलवे माल गोदाम से अनाज को ढोने वाले मालवाहक गाड़ियों का आना-जाना लगा रहता है. ऐसे में सब्जी मंडी होने के कारण खासकर सुबह पांच बजे से दोपहर लगभग 12:00 बजे तक इस सड़क में काफी भीड़ लगी रहती है. गाड़ियों के आने-जाने से कई बार लोग दुर्घटना का शिकार हुए. यही हाल झंडा चौक सरिया, विवेकानंद मार्ग तथा नेताजी सुभाष चौक सरिया का है, जहां सड़कों के फलों से सजे अपने ठेले या जमीन पर सब्जियों की दुकान लगी रहती है. वहीं स्थायी दुकानदार भी अपना सामान सड़क किनार रख देते हैं. ग्रामीण व आसपास के लोग आते खरीद-बिक्री करनेसरिया एक बड़ी मंडी के रूप में जाना जाता है. यहां से रांची-दुमका सड़क भी गुजरी है. इस सड़क पर दूर-दूर की मालवाहक गाड़ियां, बस समेत छाटे वाहनों का आना-जाना 24 घंटे लगा रहता है. मंडी होने के कारण हजारों लोगों प्रतिदिन सामान की खरीद-बिक्री करने यहां आते हैं. सड़कों के किनारे अस्थायी दुकानें लगने से जाम की समस्या आम हो गयी है. जबकि, स्टेशन रोड सरिया में सड़क के दोनों और केसर-ए-हिंद की परती जमीन है. वहीं, पेठियाटांड़ तथा झंडा चौक के समीप पीडब्ल्यूडी का मैदान है. प्रशासन चाहे तो सड़कों के किनारे अस्थायी रूप से सजने वाली सब्जी व फल की दुकानों को स्थायी रूप से यहां स्थायी रूप से शिफ्नट कर सकता है.एक दशक पूर्व चला था अतिक्रमण अभियानआज से लगभग एक दशक पूर्व सरिया में अतिक्रमण के खिलाफ प्रशासनिक अधिकारियों का डंडा चला था. सड़कों को अतिक्रमण मुक्त कराने की कार्रवाई की गयी थी. लोग प्रशासनिक अधिकारियों के भय से अपनी-अपनी दुकानों को सड़क से हटा लिया थे. प्लास्टिक का शेड तक देखने को नहीं मिलता था. इससे सरिया की सड़कें अतिक्रमण मुक्त हो चुकी थी. लेकिन, प्रशासनिक अधिकारियों की यह पहल कुछ ही दिनों तक कामयाब हो सकी. आज पुनः यहां के दुकानदार सड़कों पर अपनी दुकानों को सजाने लगे हैं, जिससे पूर्व की तरह लोग जाम की समस्या से परेशान हैं. स्थानीय लोगों ने नगर पंचायत के कार्यपालक पदाधिकारी से इस पर पहल करने की मांग की है, ताकि सरिया की सड़कें अतिक्रमण मुक्त हो सकें और लोगों को राहत मिल सके.
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