Giridih News :झारखंड में पर्यटन की असीम संभावनाएं, बेहतर काम करने की जरूरत : सुदिव्य
Giridih News :झारखंड के पर्यटन, कला संस्कृति, नगर विकास, उच्च तकनीकी शिक्षा विभाग, खेलकूद व युवा कार्य मामले के मंत्री सुदिव्य कुमार सोनू ने कहा कि झारखंड में पर्यटन की असीम संभावनाएं हैं. बेहतर तरीके से काम करने और उपेक्षित पर्यटक स्थलों को विकसित करने की जरूरत है. झारखंड के प्राकृतिक सौंदर्य सभी को लुभाते हैं.
बिहार के प्रसिद्ध पर्यटक स्थलों का दौरा कर लौटे झारखंड के पर्यटन मंत्री
झारखंड के पर्यटन, कला संस्कृति, नगर विकास, उच्च तकनीकी शिक्षा विभाग, खेलकूद व युवा कार्य मामले के मंत्री सुदिव्य कुमार सोनू ने कहा कि झारखंड में पर्यटन की असीम संभावनाएं हैं. बेहतर तरीके से काम करने और उपेक्षित पर्यटक स्थलों को विकसित करने की जरूरत है. झारखंड के प्राकृतिक सौंदर्य सभी को लुभाते हैं. ऐसे में प्राकृतिक सौंदर्य के आधार पर राजस्व जेनरेट करने की पहल होगी. पर्यटन मंत्री श्री सोनू बिहार के प्रसिद्ध पर्यटक स्थलों का दौरा करने के बाद दूरभाष पर बातचीत कर रहे थे. शनिवार को वे बिहार के राजगीर पहुंचे और वहां जू सफारी, नेचर सफारी के साथ-साथ ग्लास ब्रीज का दौरा किया व अधिकारियों से विचार-विमर्श किया. उन्होंने उन तमाम संभावनाओं पर बातचीत की जिसे झारखंड में अमली जामा पहनाया जा सके. पर्यटन मंत्री ने कहा कि वन्य प्राणी सफारी का नजारा उन्हें बहुत प्रभावित किया. बिहार में पांच सौ एकड़ बंजर भूमि में हरियाली छायी हुई है. बाघ, भालू, शेर, लेपर्ड, हिरण की कई प्रजातियां देखी गयी. बताया कि राजगीर जू सफारी एवं नेचर सफारी लोगों को प्रकृति के प्रति संवेदनशील बनाता है. बताया कि अधिकारियों के साथ पर्यटन को लेकर हर तरह की बातें हुई है. वहां की आधारभूत संरचना और प्राप्त होने वाले राजस्व व रोजगार की जानकारी ली गयी. इस दौरान उनके साथ राजगीर जू सफारी के निदेशक रामसुंदर राम, वन प्रमंडल पदाधिकारी राजकुमार समेत कई अधिकारी मौजूद थे. कहा कि अधिकारियों के साथ बैठक करने के उपरांत उनके कार्यशैली को समझने की कोशिश की गयी और यह जानने का प्रयास किया गया कि वन क्षेत्र में पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए राज्य सरकार क्या कर सकती है.अर्थव्यवस्था का बड़ा हिस्सा पर्यटन से हासिल होगाश्री सोनू ने कहा कि मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन का क्लीयरकट विजन है कि झारखंड में सिर्फ खनन की बात होती रही है, लेकिन अब सिर्फ खनन नहीं, बल्कि पर्यटन की बात होनी चाहिए. मुख्यमंत्री के इसी विजन को धरातल पर उतारने की कोशिश होगी. झारखंड की अर्थव्यवस्था का बड़ा हिस्सा पर्यटन से हासिल किया जायेगा. झारखंड में सिर्फ खनिजों के दोहन की बात होती रही है. लेकिन अब उन तमाम विकल्पों पर काम करने की जरूरत है जहां से रोजगार के साथ-साथ राजस्व भी हासिल की जा सके.संभावनाओं से पूर्ण स्थल किये जायेंगे चिह्नितपर्यटन मंत्री ने कहा कि झारखंड के उन तमाम स्थलों को चिह्नित किया जायेगा जहां पर्यटन की पूरी संभावनाएं हैं. इसके लिए विशेषज्ञों को लगाया जायेगा. कहा कि बिहार के राजगीर में उन्होंने पर्यटक स्थलों का दौरा करने के बाद जो अनुभव हासिल किया है, उसे वे झारखंड में लागू करने का प्रयास करेंगे. झारखंड में भी वन्य प्राणी सफारी विकसित किये जायेंगे और चिन्हित स्थलों पर ग्लास ब्रिज भी बनाया जायेगा, ताकि दुनियाभर से लोग झारखंड के प्राकृतिक नजारों का लुत्फ उठा सकें.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है