Giridih News:नफरत की सियासत से सतर्क रहने की जरूरत : डॉ सरफराज

Giridih News:आज के दौर में सियासत से ही समस्याओं का समाधान होता है. अच्छा-बुरा समझने के लिए शिक्षित भी होना जरूरी है. लोगों को नफरत फैलाने और समाज को बांटने वाली सियासत से सतर्क रहना होगा. यह कहना है राज्यसभा सांसद डॉ सरफराज अहमद का.

By Prabhat Khabar News Desk | September 29, 2024 10:05 PM

मुस्लिम एकता मंच ने किया विधानसभा स्तरीय कान्फ्रेंस का आयोजन

राजधनवार.

आज के दौर में सियासत से ही समस्याओं का समाधान होता है. अच्छा-बुरा समझने के लिए शिक्षित भी होना जरूरी है. लोगों को नफरत फैलाने और समाज को बांटने वाली सियासत से सतर्क रहना होगा. यह कहना है राज्यसभा सांसद डॉ सरफराज अहमद का. वह मुस्लिम एकता मंच के बैनर तले रविवार को धनवार के गंगापुर में धनवार विधान सभा स्तरीय सियासी व तालीमी बेदारी कॉन्फ्रेंस में बतौर मुख्य अतिथि बोल रहे थे.

अल्पसंख्यकों से एकता की अपील :

कांफ्रेंस के दौरान राज्यसभा सांसद डॉ अहमद ने कहा कि विस चुनाव निकट है. यहां सर्वाधिक वोटर अल्पसंख्यक हैं. उन्होंने यहां से अल्पसंख्यक को ही टिकट दिलाने के हरसंभव प्रयास करने का भरोसा दिया. उन्होंने अल्पसंख्यकों से एकता बनाये रखने की अपील की. वक्ताओं ने तालीम की अहमियत पर जोर देते हुए कहा कि शिक्षित होकर ही हम अच्छे-बुरे का अंतर समझ व परख सकते हैं और संगठित होकर अधिकार के लिए संघर्ष भी कर सकते हैं. सियासी अधिकारों के लिए आवाज उठा सकते हैं.

तालीम सियासत की पहली सीढ़ी :

पूर्व विधायक निजामुद्दीन अंसारी ने भी मुसलमानों को तालीमी मामले में कमजोर बताया. कहा कि इस समुदाय में जज, वकील, डॉक्टर, आईएएस-आईपीएस आदि ओहदेदारों की भारी कमी है. सियासत की पहली सीढ़ी शिक्षा को बताते हुए कहा कि सरकारें हमें तालीम में कमजोर कर रही हैं. आज तक मदरसा बोर्ड गठित नहीं हुआ. धनवार में एक भी उर्दू हाई स्कूल नहीं है और ना ही कोई उर्दू कॉलेज या यूनिवर्सिटी है. अपने कार्यकाल का हवाला देते हुए उन्होंने उर्दू शिक्षक और स्कूल के लिए लड़ाइयां लड़ने की बात कही. कहा कि खोरीमहुआ को अनुमंडल बनाया. यह भी कहा कि हम भाजपा से नहीं, अल्लाह से डरते हैं. यहां हमारा 75 हजार वोट है और 48 हजार वाला समुदाय गठबंधन से टिकट लेने का ख्वाब देख रहा है. उन्होंने हर हाल में चुनाव लड़ने की घोषणा करते हुए जीतकर अपने अधूरे कार्यों को पूरा करने की बात कही.

अल्पसंख्यकों ने की अपील :

सुप्रीम कोर्ट के वकील सनमूल अंसारी ने कहा कि यदि यहां निजामुद्दीन अंसारी को टिकट नहीं मिला तो इसका प्रभाव पूरे झारखंड विस चुनाव पर पड़ेगा. अल्पसंख्यक नोटा में भी वोट डाल सकते हैं. कार्यक्रम को साहबान अंसारी, इलियास, साजिद, मिन्हाज, मकसूद आलम, मुमताज, इमरान हसन आदि दर्जनों मुस्लिम नेताओं, उलेमाओं, हाफिजों व धनवार विस क्षेत्र के विभिन्न अंजुमन से आये सदर-सेक्रेटरी ने पूर्व विधायक श्री अंसारी से चुनाव में खड़ा होने की अपील की. कॉन्फ्रेंस की अध्यक्षता हाजी मास्टर मंसूर व संचालन कमरुल होदा अंसारी ने किया. मौके पर सिराज अंसारी, शफीक अंसारी, नसीम राही, सबदर अली, मंजूर आलम, इम्तियाज अंसारी, मो नेजाम, गयासुद्दीन, अब्दुल गफूर, यूसुफ आलद, समसीर, इस्राएल, इज्रेल, मो रउफ, मो शमसाद, मिन्हाज, समसुल, साजिद, अहमद रजा आदि सैकड़ों लोग मौजूद थे.

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