कोनार में नहीं है पानी, किसानों की बढ़ी परेशानी

20000 हजार करोड़ खर्च करने के बाद भी कोनार नहर का लाभ किसानों को नहीं मिल रहा है. एकीकृत बिहार में शुरू हुई यह योजना अभी तक पूरी नहीं हुई.किसानों को में नाम मात्र ही मिल पा रहा है.

By Prabhat Khabar News Desk | May 6, 2024 11:50 PM

बगोदर.

20000 हजार करोड़ खर्च करने के बाद भी कोनार नहर का लाभ किसानों को नहीं मिल रहा है. एकीकृत बिहार में शुरू हुई यह योजना अभी तक पूरी नहीं हुई.किसानों को में नाम मात्र ही मिल पा रहा है. योजना पूरी होती तो बगोदर, डुमरी व मांडू विधानसभा क्षेत्र के किसान इससे लाभान्वित होते. लेकिन, अभी तक ऐसा नहीं हुई है. मालूम रहे कि एकीकृत बिहार के जल संसाधन मंत्विरी जगदानंद सिंह के अगुवाई में 29 दिसंबर 1977 को बगोदर, डुमरी व मांडू विभाग सभा क्षेत्र में हरियाली लाने के लिए 11000 करोड़ की इस योजना की शुरुआत की थी. इसका उद्देश्य करीब 48000 हेक्टर भूमि की सिंचाई करने का था. बगोदर के पूर्व विधायक नागेंद्र महतो ने विधानसभा इस संबंध में आवाज उठायी. तत्कालीन मुख्यमंत्री रघुवर दास की पहल पर कोनार नहर में पानी छोड़ा गया. लेकिन, दुर्भाग्य की बात यह रही कि मेढ ही बह गया और हजारों एकड़ में लगे धान की फसल का नुकसान हुआ. इसका कारण चूहों द्वारा मेढ़ खोदना बताया गया. मेढ़ टूटने को सरकार ने गंभीरता से लिए और विभागीय अधिकारियों को शो-कॉज किया गया. इसके बाद कार्रवाई फाइलों में ही सिमट कर रह गयी. वर्तमान में नहर का पानी बगोदर तक ही आता है. गर्मी में सूखी हुई है नहरवर्तमान में यह नहर पूरी तरह सूखी हुई है. पिछले वर्ष अल्प वर्षा के कारण किसान परेशान रहे, लेकिन धान लगाने तक के लिए उन्हें पानी नहीं मिला. गेहूं की उपज भी किसानों ने अपने बलबूते किया. अभी गरमा व जेठुआ फसल का समय है, लेकिन किसानों के सामने पानी का संकट है. वह चाहकर भी फसल नहीं लगा पा रहे हैं. इतना ही पानी सिर्फ मुख्य नहर में आता है. शाखा नहरों का पक्कीकरण नहीं किया गया है, इसके कारण उसमें पानी नहीं दिया जा है. स्थिति यह है मुख्य नहर के किनारे रहने वालों को तो कुछ फायदा मिलता है, लेकिन शाखा नहर किनारे रहने वाले किसान इससे अछूते रह जाते हैं. इधर, अधिकारी हैं कि कुछ बोलते ही नहीं हैं.

आज पानी पहुंचने की संभावना : कार्यपालक अभियंता :

विभाग के कार्यपालक अभियंता अमित कुमार ने कहा कि नहर में पानी छोड़ा गया है. मंगलवार तक बगोदर पानी पहुंचने की संभावना है. कहा कि जल्द ही काम पूरा कर लिया जायेगा. बताया कि बगोदर प्रमंडल में 95 पद स्वीकृत है, जिसमें वर्तमान समय में 26 ही प्रति नियुक्त हैं. इससे परेशानी हो रही है.

डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

Next Article

Exit mobile version