सदर अस्पताल से दो दिनों में हड्डी के तीस मरीज रेफर, नहीं है हड्डी रोग विशेषज्ञ
हड्डी रोग विशेषज्ञ के अभाव में सदर अस्पताल से गत दो दिनों में 30 मरीज को धनबाद रेफर किया गया है. इधर, पिछले दो दिनों में टूटी हड्डियों के मरीज को केवल मरहम-पट्टी के बाद ही रेफर कर दिया जा रहा है.
गिरिडीह : हड्डी रोग विशेषज्ञ के अभाव में सदर अस्पताल से गत दो दिनों में 30 मरीज को धनबाद रेफर किया गया है. इधर, पिछले दो दिनों में टूटी हड्डियों के मरीज को केवल मरहम-पट्टी के बाद ही रेफर कर दिया जा रहा है. बता दें कि सदर अस्पताल में 2004 से ही हड्डी रोग विशेषज्ञ का पद खाली है. डॉ अजीत कुमार सहाय के अवकाश ग्रहण करने के बाद इस पद पर किसी की पदस्थापना नहीं की गयी है.
जानकारी के अनुसार रविवार को 18 और सोमवार को 12 ऐसे मरीजों को रेफर किया गया, जिनका पूर्व में यहां इलाज किया जा रहा था. फिलहाल यहां मारपीट या सड़क दुर्घनाओं में मामूली जख्मी की मरहम पट्टी की जा रही है पर सर में चोट और हाथ पैर की हड्डियां टूटी हों तो उन्हे सीधे रेफर कर दिया जा रहा है.
शिफ्ट में तीन ड्रेसर कर रहे हैं काम : सदर अस्पताल के उपाधीक्षक डाॅ उपेंद्र दास ने बताया कि ड्रेसिंग रूम में फिलहाल मामूली घायलों का इलाज किया जा रहा है. गंभीर रूप से घायल व टूटी हड्डियों के मरीज को धनबाद रेफर कर दिया जा रहा है या अन्यत्र ले जाने की सलाह दी जा रही है. बताया कि ड्रेसिंग रूम में आउटसोर्सिंग के तीन ड्रेसर हैं, जो बारी-बारी से तीन शिफ्ट में काम कर रहे हैं. कहा कि जो संसाधन है उसी से काम चलाया जा रहा है. बताया कि सभी आउटसोर्सिंग के ड्रेसर रिम्स से प्रशिक्षित हैं.
विभाग को भी पता है चिकित्सकों की कमी – सीएस : सिविल सर्जन डॉ अवधेश कुमार सिन्हा ने कहा कि जो संसाधन है उसी में काम किया जा रहा है. कहा कि चिकित्सकों की राज्य भर में कमी है. बताया कि विभाग को भी पता है कि यहां चिकित्सकों की कितनी कमी है. कहा कि सदर अस्पताल में कार्यरत चिकित्सकों की सूची राज्य सरकार को साल में दो बार भेजी जाती है.
post by : Pritish Sahay