शहर के एक प्रतिष्ठान से तीन बाल श्रमिक मुक्त कराये गये
पैन-इंडिया बाल श्रमिक रेस्क्यू एवं पुनर्वास कार्यक्रम के तहत शुक्रवार को धावा दल ने गिरिडीह शहर के विभिन्न प्रतिष्ठानों, होटलों, ढाबों आदि का निरीक्षण किया गया. निरीक्षण के दौरान शहर के बस स्टैंड पानी टंकी रोड स्थित होटल से तीन बच्चे को रेस्क्यू किया गया.
गिरिडीह.
पैन-इंडिया बाल श्रमिक रेस्क्यू एवं पुनर्वास कार्यक्रम के तहत शुक्रवार को धावा दल ने गिरिडीह शहर के विभिन्न प्रतिष्ठानों, होटलों, ढाबों आदि का निरीक्षण किया गया. निरीक्षण के दौरान शहर के बस स्टैंड पानी टंकी रोड स्थित होटल से तीन बच्चे को रेस्क्यू किया गया. यहां बच्चे ग्लास, कप, प्लेट धोने, साफ-सफाई व भट्ठी में चाय बनाने के काम में लगे थे. यह कार्रवाई गिरिडीह के डीसी नमन प्रियेश लकड़ा के निर्देश पर की गयी.तीस तक चलेगा अभियान :
रेस्क्यू किये गये तीनों बच्चों को बाल कल्याण समिति के समक्ष प्रस्तुत किया गया. धावा दल का नेतृत्व श्रम प्रवर्तन अधिकारी बसंत महतो, जिला बाल संरक्षण इकाई के कामेश्वर कुमार, नीति आयोग बचपन बचाओ आंदोलन की अंजलि बिन, बनवासी विकास आश्रम व कैलाश सत्यार्थी चिल्ड्रेन फाउंडेशन के सुरेश कुमार शक्ति, उत्तम कुमार, मुकेश कुमार, रूपा कुमारी आदि शामिल थे. बताया गया कि जिला प्रशासन, जिला बाल संरक्षण इकाई, कैलाश सत्यार्थी चिल्ड्रेन फाउंडेशन, संगठन बनवासी विकास आश्रम, बचपन बचाव आंदोलन तथा एनसीपीसीआर की ओर से बाल श्रम उन्मूलन एवं पुनर्वास हेतु एक जून से चल रहा अभियान तीस जून तक चलेगा.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है