बिजली की समस्या से त्रस्त हैं तिसरीवासी, दी आंदोलन की चेतावनी
बीते दो दिनों से 48 घंटे में बामुश्किल सात से आठ घंटे ही तिसरी में बिजली बहाल रही. वह भी लगातार एक घंटा बिजली कभी नहीं रही और आंख मिचौली ही खेलती रही. इस कारण उपभोक्ताओं में आक्रोश व्याप्त है.
तिसरी प्रखंड में पिछले एक सप्ताह से बिजली की लचर व्यवस्था और आंख मिचौली से उपभोक्ता परेशान हैं. वहीं बीते दो दिनों से 48 घंटे में बामुश्किल सात से आठ घंटे ही तिसरी में बिजली बहाल रही. वह भी लगातार एक घंटा बिजली कभी नहीं रही और आंख मिचौली ही खेलती रही. इस कारण उपभोक्ताओं में आक्रोश व्याप्त है. बता दें कि तिसरी में पिछले दो साल पहले पूर्व विधायक राजकुमार यादव द्वारा बिजली को लेकर एक बड़ा आंदोलन किया गया था और फिर उसके बाद तिसरी में सुचारू रूप से बिजली आपूर्ति बहाल होने लगी थी. लेकिन जबसे हर घर को बिजली से जोड़ने का कार्य चला उसके बाद से ही हल्की बारिश होने पर ही कभी पोल गिर जाता है तो कभी इंसुलेटर में खराबी आ जाती है.
विद्युतीकरण कार्य में लापरवाही बरतने का लगाया आरोप
लोगों का कहना है कि बीते दिनों संवेदक द्वारा किए गए विद्युतीकरण के कार्यों में घोर अनियमितता बरती गई है. इसमें निम्न स्तर का सामान लगाया गया है. यही वजह है कि बिजली बार-बार बाधित रहती है. तिसरी में बिजली की अनियमितता से परेशान तिसरी और खिज़ुरी के ग्रामीणों ने बुधवार को विद्युत सहायक अभियंता के नाम एक ज्ञापन विभाग के प्रबंधक मनोज कुमार सिंह को सौंपा है. इसके माध्यम से कहा कि प्रखंड में लचर बिजली व्यवस्था में यदि शीघ्र सुधार नहीं हुआ तो आगामी 17 अगस्त को धरना प्रदर्शन किया जायेगा. मौके पर भाजपा नेता उपेन्द्र साव, कुणाल सिंह, प्रेम अग्रवाल, रितेश सिन्हा, मुकेश प्रजापति, रौशन सिन्हा, विकास गुप्ता, सुभम सिन्हा, उमेश राम आदि कई लोग मौजूद थे. इधर तिसरी विद्युत विभाग के कर्मियों का कहना है कि वे लोग तिसरी प्रखंड में सुचारू रूप से बिजली आपूर्ति बहाल करने के लिए प्रयासरत हैं और चूंकि बीच बीच में बारिश होने पर देवरी से जमुआ लाईन में फॉल्ट रहने के कारण यहां की बिजली बाधित रही है. ऐसे में भी जहां कहीं भी फॉल्ट की सूचना मिलती है उसे बनाने के लिए रात में भी कर्मी काम करते हैं.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है