देवरी. 11000 वोल्ट विद्युत प्रवाहित तार की संपर्क में आने से 45 वर्षीय महिला की मौत हो गयी. घटना भेलवाघाटी थाना क्षेत्र के हरियाडीह पंचायत के तिलैया की है. समाजसेवी विलियम बास्के ने बताया कि दस दिन पूर्व से तिलैया में तार झूल रहा था. विभाग को सूचना दिए जाने के बाद भी लापरवाही बरत कर तार को नहीं हटाया गया. विभाग की लापरवाही की वजह से आदिवासी समाज की गरीब महिला की मौत हो गयी. लोगों का कहना है कि इसे हादसा नहीं बल्कि “बिजली विभाग के अधिकारियों द्वारा आदिवासी महिला की हत्या” कहना ज्यादा उचित होगा. मांग की है कि घटना की जांच कर दोषी पर कार्रवाई करते हुए गरीब आदिवासी परिवार को मुआवजा दिया जाये.प्राप्त जानकारी के मुताबिक भेलवाघाटी थाना क्षेत्र के चंदाडीह निवासी तालो बेसरा की पत्नी फूलोमनी हांसदा तिलैया स्थित खेत में धान रोपाई में जुटे रिश्तेदार के लिए खाना लेकर तिलैया जा रही थी. इसी क्रम में तिलैया के पास ग्यारह हजार विद्युत प्रवाहित तार के संपर्क में आ जाने से मौके पर फूलोमनी की मौत हो गयी. मृतका के पति तालो बेसरा के मुताबिक रविवार की दोपहर दो बजे उसकी पत्नी फूलोमनी बसतपुर स्थित घर से खाना लेकर खेत पर जाने के लिए निकली थी. दोपहर साढ़े तीन बजे सूचना मिली कि करंट लगने से फूलोमनी की मौत हो गयी. तिलैयाटांड़ में मवेशी की निगरानी कर रहे चरवाहों ने देखा की फूलोमनीटांड़ में पड़ी हुई है. इधर घटना से आहत पीड़ित परिवार का रो रो बुरा हाल है. इधर घटना की सूचना पर भेलवाघाटी के थाना प्रभारी ब्रजेश कुमार तिलैया पहुंचकर घटना की जानकारी लिया. मुखिया बाबूमणि सिंह, समाजसेवी विलियम बास्के, अशोक हाजरा, पौलुश टुडू घटनास्थल पर पहुंचकर पीड़ित परिवार को सांत्वना दी.
जमीन से महज तीन फीट की ऊंचाई पर झूल रहा था तार
तिलैया मौजा में जिस स्थान पर करंट लगने की घटना हुई. वहां पर जमीन से महज तीन फीट की उंचाई पर हाईटेंशन तार झूल रहा था. आशंका जतायी जा रही है कि फूलोमनी खाना को डेगची में भरकर अपने सर पर रखकर खेत जा रही थी. झूलता हुआ तार दिखाई नहीं देने से हाईटेंशन करंट की चपेट में आ गयी.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है