सत्य ही शाश्वत है और राम सत्य है, गिरिडीह की रामकथा में बोले मोरारी बापू
गिरिडीह में प्रसिद्ध राम कथावाचक मोरारी बापू ने तीसरे दिन रामकथा में कहा कि जो तपस्वी और भक्त होते हैं उनपर भगवान की विशेष कृपा होती है.
गिरिडीह : सत्य ही शाश्वत है और भगवान श्रीराम सत्य हैं. राम नाम जपने की कोई विधि नहीं है, केवल विश्वास है. कथा करुणाई होता है और कथा आश्रययुक्त है. जो तपस्वी होते हैं, जो भक्त होते हैं, उन पर ईश्वर की विशेष कृपा होती है. जो व्यक्ति साधु संगति में मन लगाता है, उनकी रूचि कथाओं में बढ़ती जाती है, जो व्यक्ति सहन नहीं कर सकता है. जो छोटी-छोटी बातों में नाराज हो जाता है, गुस्सा हो जाता है, वह व्यक्ति तपस्वी नहीं हो सकता है.
हनुमान चालीसा से शुरू किया कार्यक्रम
ये उद्गार आध्यात्मिक संत सह प्रसिद्ध रामकथा वाचक माेरारी बापू ने जैनियों के विश्व प्रसिद्ध तीर्थस्थल मधुबन की पावन धरती मकर संक्रांति मैदान में नौ दिवसीय रामकथा चौथे दिन मंगलवार को व्यक्त किये. कथा सुनने के लिए श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ पड़ी. मंगलवार की सुबह 10 बजे जैसे ही मोरारी बापू कार्यक्रम स्थल पहुंचे तो श्रद्धालुओं ने अपनी-अपनी जगह पर खड़े होकर उनका स्वागत किया. कार्यक्रम स्थल पहुंचते ही सबसे पहले संगीतमय हनुमान चालीसा पाठ किया गया. संगीतमय हनुमान चालीसा पाठ के शुरू होते ही पूरा कार्यक्रम स्थल भक्तिमय हो उठा.
पारसनाथ की धरती में रामकथा करना सौभाग्य की बात : मोरारी बापू
अपने प्रवचन की शुरुआत मोरारी बापू ने हनुमान जी के भजन के साथ की. चौथे दिन के रामकथा की शुरुआत करते हुए मोरारी बापू ने कहा कि मधुबन की इस पावन धरा में भगवान पारसनाथ की छत्रछाया में रामकथा करना मेरे लिए बड़े ही सौभाग्य की बात है. उन्होंने कहा कि दुनिया में इंसान को सब कुछ करने की छूट है, लेकिन प्रेम करने की छूट नहीं है. उन्होंने कहा कि कथा सब कुछ है.
प्रवचन सुनकर के भाव-विभोर हो गए भक्त
प्रवचन के दौरान मोरारी बापू ने कहा कि आयुर्वेद में अग्नि विशेष महत्ता बतायी गयी है. मोरारी बापू ने वेद की महत्ता एवं वेद का विस्तार कैसे किया गया इस विषयों को विस्तार से बताया. मोरारी बापू ने विद्या विहीन एवं विवेकविहीन में फर्क बताया. मोरारी बापू की कथा में शामिल श्रद्धालुओं ने अपने-अपने सवालों को भी उनके समक्ष रखा. उन्होंने मंत्र की विशेषता को भगवत गीता के उपदेशों को जोड़ते हुए बताया. मोरारी बापू ने रामकथा से जुड़ी कई महत्वपूर्ण विषयों को श्रद्धालुओं को बताया. मोरारी बापू के सुमधुर प्रवचन सुनकर भक्त भाव-विभोर हो गये.
रामकथा सुनने पहुंचे गिरिडीह विधायक सुदिव्य कुमार सोनू व पूर्व सांसद रविंद्र पांडेय
मंगलवार को गिरिडीह विधायक सुदिव्य कुमार सोनू एवं गिरिडीह के पूर्व सांसद रवींद्र कुमार पांडेय मोरारी बापू की रामकथा सुनने कार्यक्रम स्थल पहुंचे और दोनों ने मोरारी बापू का आशीर्वाद लिया. इस दौरान विधायक श्री सोनू व पूर्व सांसद रवींद्र पांडेय ने कहा कि सम्मेद शिखर की इस पावन धरा में इतने महान कथावाचक का कार्यक्रम होना हम-सब के लिए सौभाग्य की बात है. देश के अनेक प्रांतों के अलावा गिरिडीह के विभिन्न इलाकों से भी लोग कथा श्रवण का लाभ उठा रहे हैं.
रामकथा सुनने देश-विदेश से पहुंचे हैं श्रद्धालु
मोरारी बापू की रामकथा सुनने के लिए देश-विदेश से श्रद्धालु मधुबन पहुंचे हुए हैं. मधुबन में आयोजित मोरारी बापू की रामकथा सुनने के लिए कैलिफोर्निया, नेपाल, भूटान, अमेरिका, दिल्ली, मुंबई, राजस्थान, गुजरात, यूपी, बंगाल, झारखंड, बिहार के अलावे देश के कई राज्यों से श्रद्धालु मधुबन पहुंचे हुए हैं. वहीं अब धीरे-धीरे गिरिडीह जिले के विभिन्न प्रखंडों से भी काफी संख्या में श्रद्धालु मधुबन पहुंच कर मोरारी बापू की रामकथा सुन रहे हैं. गौरतलब रहे कि मोरारी बापू की रामकथा सुनने के लिए देश-विदेश से आये श्रद्धालुओं के होटल में रहने के साथ-साथ भोजन की भी व्यवस्था आयोजक समिति द्वारा की गयी है. वहीं देश-विदेश से श्रद्धालुओं के पहुंचने के बाद मधुबन का बाजार गुलजार हो गया है. दिन-प्रतिदिन कथा सुनने के लिए श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ने लगी है.
भजनों की अमृतवर्षा से माहौल हुआ भक्तिमय
मोरारी बापू की रामकथा के लिए मधुबन के मकर संक्राति मेला मैदान में भव्य और आकर्षक वातानुकूलित पंडाल का निर्माण कराया गया है. वहीं पंडाल में भगवान श्रीराम की भव्य और आकर्षक प्रतिमा भी श्रद्धालुओं को अपनी ओर आकर्षित कर रह रही है. वहीं कथा के चौथे दिन मोरारी बापू द्वारा ‘मंगल भवन अमंगल हारी, द्रवउ सो दशरथ अजिर बिहारी..’ समेत कई भजनों की प्रस्तुति से माहौल भक्तिमय हो उठा. संगीतमय भजन सुन श्रद्धालु भाव-विभोर हो गये. इधर मंगलवार की शाम को मोरारी बापू से मिलने के लिए काफी संख्या में श्रद्धालु उनके कुटिया के समक्ष पहुंच गये. इसके बाद मोरारी बापू कुटिया से बाहर निकले और श्रद्धालुओं से बातचीत की. रामकथा के सफल आयोजन में मुकेश जालान, गौरव अग्रवाल, पिंकू अग्रवाल, प्रदीप जिंदल, जीआर गर्ग, मुकेश जालान, बांके बिहारी शर्मा, शाहिल शर्मा, नीलकमल भारतीया, अंकित केडिया, आशीष जालान आदि सराहनीय भूमिका निभा रहे हैं.
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