पीरटांड़.
पारसनाथ स्थित उत्तर प्रदेश प्रकाश भवन में गुरुवार को ध्वनि फाउंडेशन की ओर से आयोजित राज्य के 14 गैर सरकारी संगठनों के 38 बोर्ड सदस्यों का दो दिवसीय प्रशिक्षण संपन्न हुआ. प्रशिक्षण में बोर्ड सदस्यों को संस्था में सफल शासन (गवर्नेंस) सुनिश्चित करने की प्रक्रिया पर विस्तार से बताया गया. साथ ही संस्था के कार्यों में सभी सदस्यों की भागीदारी कैसे सुनिश्चित हो व गैर-सरकारी संगठनों की नीति में बोर्ड की भूमिका, बोर्ड का कार्य, बोर्ड की विशिष्ट जिम्मेदारियां, उपदेशक बोर्ड के सलाहकार की भूमिका, बोर्ड को अनुपालन के महत्व, एक आदर्श बोर्ड का महत्व, बोर्ड और प्रबंधन के बीच अंतर, बाहरी लेखापरीक्षा का महत्व, ऑडिट रिपोर्ट, बैलेंस शीट की समीक्षा, नीति दिशा निर्देशों और नियमों का निर्माण व अन्य संबंधित महत्वपूर्ण जानकारियां दी गई. इस प्रशिक्षण में उपस्थित वक्ता गोपीनाथ, कार्यकारी निदेशक व विजयनिधि ध्वनि फाउंडेशन ने इस दो दिवसीय प्रशिक्षण का मार्गदर्शन कर उनके सवालों का जवाब दिया. डॉ अनंगदेव सिंह ने प्रशिक्षण के उद्देश्य और प्रतिभागियों के स्वागत को साझा किया. रेशमा सिंह ज्योति वर्मा, साकेत मिश्रा और कुणाल सनी ने 2 दिवसीय प्रशिक्षण सत्र का संचालन किया. ध्वनि फाउंडेशन संगठनात्मक विकास (ओडी) कार्यक्रमों के माध्यम से जमीनी स्तर के गैर सरकारी संगठनों की क्षमता निर्माण पर ध्यान केंद्रित कर रहा है. ध्वनि फाउंडेशन झारखंड में निरंतर क्लासिक-28 महीने की क्षमता निर्माण पहल के तहत संगठन विकास शुरू करने के लिए उत्साहित है और हमारे पहले बैच के लिए 32 एनजीओ के साथ शुरुआत करेंगे जो इस महीने के अंत से पहले शुरू होने जा रहा है. झारखंड के विभिन्न जिलों के जो विभिन्न डोमेन पर काम कर रहे हैं. हम इन संगठनों के विभिन्न पहलुओं को मजबूत करने के लिए 28 महीनों तक उनके साथ मिलकर काम करते हैं जो उन्हें अधिक विश्वसनीय, कुशल और पेशेवर बनाने में सक्षम बनायेगा. सभी 32 एनजीओ ने संकल्प लिया.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है