चबूतरा निर्माण को ले दो पक्षों में मारपीट, 10 घायल
बिरनी प्रखंड की शाखाबारा पंचायत के प्रतापपुर गांव में चबूतरा निर्माण को लेकर दो पक्षों में गुरुवार को जमकर मारपीट हो गयी.
बिरनी (गिरिडीह). बिरनी प्रखंड की शाखाबारा पंचायत के प्रतापपुर गांव में चबूतरा निर्माण को लेकर दो पक्षों में गुरुवार को जमकर मारपीट हो गयी. मारपीट में दोनों पक्षों से महिला समेत 10 लोग घायल हो गये. सभी घायलों का इलाज सीएचसी बिरनी में किया गया. घायलों में एक पक्ष से किशुन कुमार यादव (28), लालू प्रसाद यादव (48), सुनील कुमार यादव, ममता देवी, बीना देवी व दूसरे पक्ष से गीता देवी (40), इंद्राणी कुमारी (25), अजय यादव (28), किशुन यादव (38), गुल्ली महतो (75) शामिल हैं. रंगदारी मांगने का आरोप : इस बाबत एक पक्ष के किशुन कुमार यादव ने बताया कि प्रतापपुर बजरंग बली मंदिर वार्ड नंबर एक में चबूतरे का सौंदर्यीकरण कराया जा रहा था. गलत तरीके से प्राक्कलन लगभग एक लाख 60 हजार रु का बना लिया है. योजना केलिए आम सभा भी नहीं की गयी है. मुखिया पति राजेंद्र यादव का कहना है कि कोई आम सभा नहीं होगी ओर वे जैसे भी कार्य कराएं कोई नहीं देखने वाला है. दूसरे पक्ष के लोग काम नहीं करने दे रहा था. इसी को लेकर विवाद बढ़ गया. जबकि दूसरे पक्ष के घायल अजय यादव ने बताया कि उसके नाम से चबूतरा सौंदर्यीकरण का एग्रीमेंट हुआ है. गुरुवार को मजदूरों को साथ में लेकर कार्यस्थल पर काम करना शुरू किया कि इसी बीच प्रथम पक्ष के लोग आकर कहने लगे कि वे लोग काम करवाते तो 50 हजार रु की कमाई होती. इस कारण से हमलोगों को काफी नुकसान हुआ है. इसके एवज में बतौर खर्चा 20 हजार रु मांगा, अन्यथा काम बंद कर दो. साथ ही गाली-गलौज करते हुए काम कर रहे मजदूरों को भगा दिया. मना करने पर सिंचाई मशीन की डिलीवरी पाइप व कुदाल वगैरह फेंक दिया. इसी बीच दोनों पक्ष में मारपीट हो गयी. कहा है कि जब तक 20 हजार नहीं मिलेगा काम बंद रहेगा. मारपीट होती देख स्थानीय लोगों ने इसकी सूचना भरकट्टा ओपी पुलिस को दी. सूचना मिलते ही भरकट्टा पुलिस घटनास्थल पर पहुंचकर मामले को शांत करते हुए इलाज के लिए दोनों पक्ष को अस्पताल भेज दिया. किसी पक्ष ने आवेदन नहीं दिया : दोनों पक्ष की ओर से पुलिस को सूचना दे दिया गया है. भरकट्टा ओपी प्रभारी ने कहा कि मारपीट की घटना की सूचना मिलते ही घटनास्थल पर पहुंचकर दोनों पक्ष को इलाज के लिए भेजा गया है. आवेदन मिला नहीं है. आवेदन मिलने पर प्राथमिकी दर्ज कर कार्रवाई की जायेगी.