गिरिडीह. जिले में बुद्ध पूर्णिमा धूमधाम से मनाया गया. इस दौरान नदियों में स्नान व मंदिरों पूजा के लिए लोगों को भीड़ उमड़ी. अखिल विश्व गायत्री परिवार गिरिडीह ने गृहे गृहे यज्ञ अभियान के तहत जिले के सभी प्रखंडों में लगभग 3000 घरों में लोगों ने स्वयं यज्ञ का आयोजन किया. इस दौरान अपने हाथों से गायत्री महामंत्र एवं महामृत्युंजय मंत्र से आहुतियां प्रदान कर मनुष्य मात्र के उज्ज्वल भविष्य, मंगलमय जीवन व कल्याण की प्रार्थना की. आयोजन सुबह आठ बजे से 12 बजे के बीच लोगों ने अपने-अपने घरों में एक साथ और एक समय में संपन्न किया. अखिल विश्व गायत्री परिवार प्रमुख कामेश्वर सिंह ने कहा कि यज्ञ का अर्थ सत्कर्म होता है. इस आयोजन का उद्देश्य यह है कि लोगों में सत्कर्म करने की भावना जगे. साथ ही मनुष्य के अंदर नाना प्रकार की बुराइयां हैं. लोग इसका परित्याग करें, ताकि यह मानव जीवन स्वच्छ एवं निर्मल बन सके. गायत्री परिवार बिरनी के बुधन प्रसाद वर्मा ने कहा कि यज्ञ का अर्थ होता है त्याग और वर्तमान समय में लोगों में त्याग की भावना समाप्त होती जा रही है. मनुष्य यह चाह रहा है कि अधिक से अधिक संपत्ति का अर्जन करें, उसी से मेरा जीवन सफल होगा. हमें इसके स्थान पर लोगों को सहयोग करने की भी प्रवृत्ति जगानी पड़ेगी, ताकि समाज में सभी लोग सुख पूरक जीवन जी सके. कार्यक्रम को सफल बनाने में जिला समन्वयक नरेश यादव, उप समन्वयक अरुण कुमार, जिला प्रमुख कामेश्वर सिंह, जिला युवा प्रभारी सुरेश यादव, आलोक रंजन, किशुन महतो, किशोरी शर्मा, विष्णु नारायण वर्मा, राजेंद्र वर्मा, पंकज केसरी, विशेश्वर साव, अनिल साहू, मनोज शर्मा, बुधनचंद यादव, तरुण रजक, काशी प्रसाद, पार्वती बरनवाल, उर्मिला बरनवाल, पुष्पा शक्ति, सरिता साहू, बबिता अग्रवाल, बबीता श्रीवास्तव, सुमन गुप्ता, सीमा भारती, पूनम गुप्ता आदि सक्रिय रहे.
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