रविवार की अहले सुबह तीन बजे से ही आंदोलनकारी जुट गए थे. चार बजे के शिफ्ट में उक्त फैक्ट्रियों के कर्मियों को गेट के अंदर जाने नहीं दिया गया. बस एवं अन्य वाहन से आए कर्मियों को खदेड़कर भगा दिया गया. सुबह से आंदोलनकारी अतिवीर इंडस्ट्रीज कंपनी लिमिटेड एवं बालमुकुंद स्पंज एंड आयरन के गेट के पास तंबू लगाकर धरना पर बैठे हुए हैं.
रात में रहेंगे युवक, खाना के साथ सोने की भी कर रखी है व्यवस्था
रात में भी स्थानी युवा धरना पर रहेंगे. खाने एवं सोने की भी व्यवस्था ग्रामीणों ने कर रखी है. ग्रामीणों ने इस आंदोलन को निकलो अपने मकानों से, जंग लड़ो अपने दुश्मनों से नारा लगाते हुए महा आंदोलन का नाम दिया. डीसी एवं एसडीओ को इसकी सूचना दे गई है. ग्रामीणों ने टेम्पो में लाउडस्पीकर लगाकर प्रभावित गांवों में इस आंदोलन की सूचना प्रसारित कराया है. ग्रामीणों ने कहा कि मार्च से ही प्रभावित क्षेत्र के ग्रामीणों का प्रदूषण के खिलाफ आंदोलन चल रहा है. लेकिन अभी तक इन फैक्ट्रियों से प्रदूषण बंद नहीं किया गया है.
लगातार फैलाया जा रहा है प्रदूषण, नहीं लगा ईएसपी
प्रदर्शन कर रहे लोगों ने कहा कि सदर अनुमंडल पदाधिकारी ने कई बार आंदोलनकारियों एवं फैक्ट्री प्रबंधकों के साथ वार्ता करायी. सभी ने ईएसपी मशीन लगाने का आश्वासन दिया था, लेकिन अभी तक कुछ नहीं हुआ और लगातार प्रदूषण फैलाया जा रहा है. इस कारण क्षेत्र का जल, जंगल, जमीन एवं पर्यावरण पूरी तरह से प्रभावित हो रहा है. ग्रामीणों ने स्पष्ट कहा कि प्रदूषण बंद नहीं हुआ तो आंदोलन चलता रहेगा.
धरना के दौरान उप प्रमुख कुमार सौरभ, जिला परिषद सदस्य के प्रतिनिधि रंजीत राय, गादी श्रीरामपुर मुखिया प्रतिनिधि सुनील सिंह, पंचायत समिति सदस्य अनिल राय, शुभांकर गुप्ता, उप मुखिया रंजीत राय, वार्ड सदस्य मोहम्मद आजाद, बनर्जी तुरी, कालीचरण सोरेन, कालेश्वर सोरेन, विजय राय, धनेश्वर राय, नकुल कांदु, सिंकू मरांडी, सुमन राय, प्रकाश टुडू, अजय टुडू, विकास राय, विकास यादव, मोहनपुर के पंसस प्रतिनिधि वीरेंद्र राय, कुंदन गुप्ता, अरुण शाह, प्रकाश राम, मनोज गुप्ता, सावित्री देवी, कलावती देवी, अंजली देवी, गिरिजा देवी सहित सैकड़ों ग्रामीण मौजूद थे.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है