स्टैंड पोस्ट से नहीं आ रहा पानी, सूखे हैं ग्रामीणों के कंठ
केंद्र सरकार ने जिस उद्देश्य से नल-जल योजना का कार्य शुरू किया, वह कई गांवों में पूरा नहीं हो पा रहा है. इसका प्रत्यक्ष उदाहरण गांडेय पंचायत के भयहरण मंडा है.
गांडेय पंचायत के भयहरण मंडा में ग्रामीणों को नहीं मिल रहा नल-जल योजना का समुचित लाभ
पानी का लेयर नीचे होने से दो-दो बार बोरिंग करने का नहीं मिला लाभ
गांडेय.
केंद्र सरकार ने जिस उद्देश्य से नल-जल योजना का कार्य शुरू किया, वह कई गांवों में पूरा नहीं हो पा रहा है. इसका प्रत्यक्ष उदाहरण गांडेय पंचायत के भयहरण मंडा है. यहां के लोग जलसंकट का सामना कर रहे हैं. बताया जाता है कि यहां एक बार बोरिंग धंसने के बाद दुबारा बोरिंग की गयी. पानी टंकी का निर्माण करते हुए घर-घर स्टैंड पोस्ट भी लगा दिये गये, लेकिन पानी का लेयर कम होने के कारण लोगों को समुचित पानी नहीं मिल रहा है. जानकारी के अनुसार, गांडेय पंचायत में जय परशुराम कंस्ट्रक्शन को नल-जल योजना का कार्य मिला है. योजना के तहत संवेदक ने भयहरणमंडा में बोरिंग करायी. एक बार बोरिंग धंसने के बाद संवेदक ने दूसरी बोरिंग करा पानी टंकी का निर्माण करते हुए कनेक्शन कर घर-घर स्टैंड पोस्ट लगाया ,ताकि यहां के 40 परिवारों को नल से जल मिल सके. बाेरिंग में पानी का लेयर कम होने के कारण लोगों को नल से जल नहीं मिल पा रहा है. ग्रामीण गणेश वर्मा, अनिल वर्मा आदि ने कहा कि भयहरणमंडा के आसपास बसे परिवारों को गर्मी के दिनों में जलसंकट का सामना करना पड़ रहा है.जैसे-तैसे किया गया है काम : मुखिया
गांडेय पंचायत के मुखिया अमृतलाल पाठक ने कहा कि नल-जल योजना के तहत पंचायत में जैसे-तैसे कार्य कर खानापूर्ति की गयी है. किसी भी गांव में जलापूर्ति की समुचित व्यवस्था नहीं हो पायी है. मामले को ले विभाग से व्यवस्था दुरुस्त करने की मांग की गयी है.लेयर कम रहने से नहीं मिल रहा पर्याप्त पानी : कंपनी
जय परशुराम कंस्ट्रक्शन के नयन कुमार ने कहा भयहरण मंडा के पास दो-दो बार बोरिंग की गयी. दूसरी बोरिंग 90 मीटर कर पानी टंकी का निर्माण किया गया और जलापूर्ति शुरू की गयी. लेकिन पानी का लेयर कम होने के कारण पर्याप्त पानी नहीं मिल रहा है. डीप बोरिंग का प्रपोजल बनाकर विभाग को भेजा गया है.,
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