बिरनी. ग्रामीण पेयजलापूर्ति की ‘हर घर नल योजना’ के तहत कपिलो, दलांगी, बंगराकला व पड़रिया पंचायत में छह साल पहले 16 करोड़ की लागत से पानी टंकी बनी. बिजली बिल का 29 लाख बकाया होने के कारण कनेक्शन काट देने से पांच माह से चार पंचायतों में पानी के लिए हाहाकार मचा हुआ है. बावजूद इसके न तो अधिकारियों का इस ओर ध्यान है और न ही जनप्रतिनिधियों का. अधिकारी एक-दूसरे का जिम्मा बताकर पल्ला झाड़कर हमेशा बचने का प्रयास करते रहे हैं.
संवेदक ने जमा नहीं किया बिजली बिल का बकाया :
बगोदर विधायक विनोद सिंह की पहल पर पानी टंकी से जलापूर्ति शुरू तो करायी गयी, पर चालू होने के साथ ही कभी ट्रांसफार्मर जलने, लोड शेडिंग, मोटर जल जाने, जल सहिया के द्वारा कनेक्शन राशि जमा नहीं करने, तो कभी मजदूरों को भुगतान नहीं करने जैसे मामलों को लेकर जलापूर्ति बंद कर दी जाती रही है. अब पुनः संवेदक द्वारा बिजली बिल का बकाया 29 लाख रु जमा नहीं किये जाने के बाद विभाग ने बिजली का कनेक्शन काट दिया. फलत: पांच माह से जलापूर्ति बाधित है.योजना के पोषक क्षेत्र में 10 हजार की आबादी :
विदित हो कि कपिलो पंचायत के चानो में 16 करोड़ रुपये की लागत से सरकार ने पानी टंकी बनायी है. इस पानी टंकी से चार पंचायतों के 16 गांवों की लगभग 10 हजार की आबादी को जलापूर्ति होनी थी. योजना के पोषक क्षेत्र के चानो, रजमनिया, बृंदा, कपिलो, रूपायडीह, पंदनाकला, बंगराकला, नावाडीह, पारडीह, दलांगी, गुड़ीटांड़, मनिहारी, बेहराबाद, लेबरा को शुद्ध पेयजल मिलना था.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है