गिरिडीह कोयलांचलवासी प्रदूषित पानी का सेवन करने को विवश हैं. इस क्षेत्र में वाटर ट्रीटमेंट प्लांट की कमी लोगों के लिए परेशानी का सबब बना हुई है. बार-बार मांग करने के बाद भी इस दिशा में कोई पहल नहीं की जा सकी है. विधानसभा चुनाव में यह मुद्दा बनेगा. यूं तो पिछले कई चुनावों में जनता को आश्वासन भी दिया जाता है कि शुद्ध जलापूर्ति की दिशा में कार्य की जायेगी. लेकिन, जनता की मांग पूरी नहीं हो पायी है. कोयलांचल क्षेत्र के जोकटियाबाद, योगीटांड़, बालोडींगा स्थित चानक से सीधे लोगों के घरों में जलापूर्ति की जाती है. वाटर ट्रीटमेंट प्लांट की व्यवस्था नहीं रहने के कारण चानक का पानी घरों में पहुंचता है और इसका सेवन सभी करते हैं. जिनके घरों में आरओ लगा हुआ है, उन्हें तो शुद्ध पानी मिल जाता है. लेकिन, अधिकांश घरों में यह सुविधा नहीं है. इसके कारण एक बड़ा तबका प्रदूषित पानी से ही काम चलाता है. मांगों की होती रही अनदेखी स्थानीय लोग लगातार ट्रीटमेंट प्लांट लगाकर शुद्ध पेयजलापूर्ति की मांग लगातार करते हैं. लेकिन इस पर कोई विशेष ध्यान नहीं दिया गया है. अहम बात यह है कि बिना फिल्टर का पानी सेवन करने से पेट संबंधी रोग भी हो रहा है. दुकानों में भी इसी पानी या फिर चापाकल की पानी का प्रयोग किया जाता है. इस संबंध में राजीव कुमार, अनिल कुमार, सुरेश कुमार आदि का कहना है कि जोकटियाबाद चानक से बनियाडीह, गांधीनगर, अपर बनियाडीह, बी टाइप कॉलोनी समेत अन्य क्षेत्रों में जलापूर्ति होती है. बिना फिल्टर के पानी पीने को लोग विवश हैं. स्थानीय लोगों ने सीसीएल प्रबंधन से इस दिशा में ठोस कदम उठाने की मांग की है.
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