गर्मी की दस्तक के साथ बिजली की आंखमिचौनी शुरू
वां प्रखंड की विभिन्न पंचायतों में गर्मी की दस्तक के साथ बिजली की आंखमिचौनी शुरू हो गयी है. हल्के आंधी तूफान में पूरी रात बिजली का गुल रहना यहां आम समस्या बना हुई है. ग्रामीण क्षेत्रों में लो वोल्टेज भी एक बड़ी समस्या है.
By Prabhat Khabar News Desk |
April 8, 2024 11:06 PM
पांच वर्षों बाद भी चालू नहीं हुआ पावर ग्रिड
गावां. गावां प्रखंड की विभिन्न पंचायतों में गर्मी की दस्तक के साथ बिजली की आंखमिचौनी शुरू हो गयी है. हल्के आंधी तूफान में पूरी रात बिजली का गुल रहना यहां आम समस्या बना हुई है. ग्रामीण क्षेत्रों में लो वोल्टेज भी एक बड़ी समस्या है. गावां में बिजली गिरिडीह से तिसरी आती है और वहां से गावां पावर हाउस में बिजली की आपूर्ति की जाती है. गिरिडीह से गावां के बीच में कहीं भी तार गिरने या फॉल्ट आने पर घंटों बिजली गुल हो जाती है. प्रखंड के ग्रामीण क्षेत्रों में तार व खंभे भी काफी जर्जर हो चुके हैं. कुछ वर्षों पूर्व घनी आबादी के क्षेत्रों में पुराने नंगे तारों को हटाकर केबल लगाने का कार्य प्रारंभ किया गया था, जो अधूरा पड़ा हुआ है. वर्तमान में भी मुख्य सड़कों व घनी आबादी में नंगा तार लगा है, जिससे अक्सर घटना होती रहती है.
एनओसी के अभाव में पावर ग्रिड नहीं हो पा रहा है चालू
गावां प्रखंड के गदर में लगभग पांच वर्षों पूर्व पावर ग्रिड बनवाया गया है. भवन बनकर तैयार है. उपकरण वर्षों पूर्व लग चुके हैं, लेकिन वन विभाग से एनओसी नहीं मिलने के कारण जंगल क्षेत्र में लगभग आठ टावर नहीं लगे हैं. इसके कारण पावर ग्रिड में बिजली की सप्लाई नहीं हो पा रही है. इधर, अन्य टावर में लगे तार की लगातार चोरी हो रही है. इससे पावर ग्रिड चालू होने की संभावनाओं पर ग्रहण लगता दिख रहा है.
अतिरिक्त प्रभार में चल रहा है बिजली कार्यालय
गावां का बिजली कार्यालय लगभग एक वर्ष से अतिरिक्त प्रभार में चल रहा है. तिसरी अंचल के एसडीओ का अतिरिक्त प्रभार जमुआ के एसडीओ को सौंपा गया है. यहां जेई भी पदस्थापित नहीं है. यहां की बिजली व्यवस्था चार-पांच बिजली कर्मी व मैनडेज कर्मियों के भरोसे है. पदाधिकारियों के नहीं रहने के कारण बिजली व्यवस्था पर निगरानी नहीं हो पाती है. इससे बिजली की आपूर्ति ठीक से नहीं गोती है. स्थानीय लोग बिजली बिल या अन्य परेशानी के लिए शिकायत भी नहीं कर पा रहे हैं. ग्रामीण दिनेश पांडेय, राजेंद्र चौधरी, श्यामसुंदर प्रसाद, देवनंदन साव, मो. शब्दर अली, पप्पू यादव, बालकिशुन साव, अरविंद गुप्ता, मनोज सिंह आदि ने विभाग से व्यवस्था दुरुस्त करने की मांग की है.