ग्रामीणों के विराेध के बीच शुरू हुआ वाटर ट्रीटमेंट प्लांट का काम

पेयजल व स्वच्छता विभाग ने गोरहंद में ग्रामीणों के विरोध के बीच पेयजलापूर्ति योजना की शुरुआत की.

By Prabhat Khabar News Desk | June 24, 2024 12:05 AM

योजना पूरी होने पर नौ पंचायत के लोगों को मिलेगा स्वच्छ जल

खोरीमहुआ.

पेयजल व स्वच्छता विभाग ने गोरहंद में ग्रामीणों के विरोध के बीच पेयजलापूर्ति योजना की शुरुआत की. मजिस्ट्रेट सह धनवार सीओ गुलजार अंजुम के नेतृत्व में धनवार थाना प्रभारी नंदू कुमार पाल के साथ भारी संख्या में पुलिस बल के जवानों की मौजूदगी में वॉटर ट्रीटमेंट प्लांट के कार्य को लेकर ट्रेंच काटने व बुनियाद देने का काम शुरू हुआ. कुछ ग्रामीण उक्त जमीन को निजी बता कार्य रोकने की कोशिश की, पूरे दिन विरोध और मान मनौव्वल का दौर चलता रहा. इस दौरान जेसीबी से ट्रेंच कटिंग होती रही. जानकारी के अनुसार नावागढ़ चट्टी, धर्मपुर, करगाली, गलवाती, गोरहंद, गिरी बरवाडीह, हेमरोडीह, चंदरखो, मकडीहा समेत नौ पंचायतों के लिए स्वच्छ पेयजलपूर्ति के लिए संवेदक एक वर्ष से प्लांट लगाने रा प्रयास कर रहा था. लेकिन, स्थानीय रैयतों के विरोध के कारण काम नहीं शुरू हो रहा था. इधर, स्थानीय अधिकारियों पर काम शुरू करने का दबाव लगातार बढ़ रहा था. शनिवार को मजिस्ट्रेट नियुक्त कर अंततः बलपूर्वक काम शुरू किया गया. योजना पूरी होने पर नौ पंचायतों के लोगों को स्वच्छ पानी पीने के लिए मिलेगा. मुखिया विदेशी पासवान, पंसस जितेंद्र कुमार आदि ने काम शुरू होने पर खुशी जाहिर की. मौके पर सीआई धनंजय सिंह, डीडब्ल्यूएसडी के एसडीओ मोहन लाल मंडल, एसआई रविंद्र कुमार, सतीश कुमार, प्लांट इंजीनियर अमित कुमार, जेई आशुतोष कुमार आदि मौजूद थे.

क्या कहते हैं ग्रामीण :

विरोध करने वाले पिपराडीह निवासी रामजी साव, लीलो नायक, लाटो नायक, बंधु नायक, अनूप गोप, मेघन गोप आदि ने बताया की जमाबंदी के तहत भूमिदान में एक एकड़ जमीन 1965 से हासिल है.इसका 2024 तक रसीद निर्गत है. उक्त भूखंड पर आपसी दो पक्षों में विवाद के कारण 144 लागू है, इसलिए लोगों ने दूरी बनायी. मामला फिलहाल हाइकोर्ट में लंबित है.

क्या कहते है सीओ:

सीओ गुलजार अंजुम ने बताया कि उक्त भूखंड गैरमजरुआ किस्म की जमीन है. इस पर कई बार लोगों से कागजात मांगे गये. लोग विरोध तो करते हैं, लेकिनदस्तावेज सामने नहीं लाते हैं. कहा की उक्त कार्य उपायुक्त के आदेशानुसार किया जा रहा है. विरोध करने बालों की सहमति से ही बुनियाद खुदाई किया जा रहा है. विरोध करने वाली एक महिला को हिरासत में लेकर बाद में छोड़ दिया गया.

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