सीसीएल क्षेत्र की जर्जर सड़कें दुर्घटनाओं को कर रहीं आमंत्रित, जोखिम भरा है इन सड़कों से गुजरना

सीसीएल गिरिडीह कोलियरी की सड़कों का बुरा हाल है. बारिश के समय सड़कों पर बने गड्ढे दुर्घटनाओं को आमंत्रित कर रहे हैं. बनियाडीह से गिरिडीह जाने वाले मुख्य मार्ग पर पिच उखड़ गयी है, वहीं कई जगहों पर बड़े-बड़े गड्ढे बन गये हैं.

By Prabhat Khabar Digital Desk | June 27, 2020 7:13 AM

सीसीएल गिरिडीह कोलियरी की सड़कों का बुरा हाल है. बारिश के समय सड़कों पर बने गड्ढे दुर्घटनाओं को आमंत्रित कर रहे हैं. बनियाडीह से गिरिडीह जाने वाले मुख्य मार्ग पर पिच उखड़ गयी है, वहीं कई जगहों पर बड़े-बड़े गड्ढे बन गये हैं. इन पथों से वाहन तो दूर पैदल चलना भी खतरे से खाली नहीं है. कई बार बाइक सवार इन गड्ढों के कारण दुर्घटनाग्रस्त हो चुके हैं.

एक ओर सड़क की खस्ता स्थिति उपर से रेलिंग विहीन छोटी-छोटी पुलिया के कारण दुर्घटना की आशंका बनी रहती है. पांच वर्ष पूर्व लगभग डेढ़ करोड़ की लागत से उक्त पथ की मरम्मत करायी गयी थी, उस वक्त सीपीआइ के पूर्व विधायक ओमीलाल आजाद ने निर्माण कार्य में अनियमितता का आरोप लगाया था. बाद में प्रबंधन की सख्ती के बाद संवेदक ने कार्य को पूरा किया. हालांकि, निर्माण के कुछ माह के बाद से ही सड़क की स्थिति खराब होने लगी थी. रिपोर्ट सूरज सिन्हा की

जर्जर सड़कों का जल्द हो निर्माण : कामेश्वर

जिप उपाध्यक्ष कामेश्वर पासवान ने कहा कि सीसीएल क्षेत्र की जर्जर सड़कों के कारण लोगों को आवागमन में परेशानी होती है. इस बाबत कई बार लिख कर दिया गया है, लेकिन इस पर कोई ध्यान नहीं दिया गया है. उन्होंने सीसीएल प्रबंधन से जर्जर सड़कों को दुरुस्त करने की मांग की है. इनके अलावे मनोज कुमार, शिवनाथ साव, प्रमोद कुमार, सचिन लाहा, अभिजीत, दिनेश कुमार आदि ने भी सड़क निर्माण की मांग की है.

जर्जर सड़कों की जल्द होगी मरम्मत : पीओ

गिरिडीह कोलियरी के परियोजना पदाधिकारी विनोद कुमार ने कहा कि सीसीएल डीएवी से लेकर सीपी साइडिंग एवं तिनकोनिया से लेकर ओपेनकास्ट माइंस तक की जर्जर सड़क को दुरुस्त करने की योजना है. इसके लिए प्रपोजल बनाकर सीसीएल मुख्यालय भेजा गया था, जिसकी स्वीकृति मिल चुकी है. सड़क निर्माण के अलावे पुलिया, गार्डवाल व ड्रेन का भी निर्माण किया जायेगा. वहीं, सिविल विभाग के स्टाफ अफसर राजीव रंजन कुमार ने बताया कि सीसीएल डीएवी से सीपी साइडिंग तक लगभग तीन करोड़ की लागत से सड़क, पुलिया, गार्डवाल, ड्रेन का निर्माण कराया जायेगा.

वहीं तिनकोनिया से ओपेनकास्ट माइंस तक 1.68 करोड़ की लागत से सड़क का निर्माण होगा. दोनों ही योजनाएं मुख्यालय द्वारा स्वीकृत हैं. जुलाई माह में ही तिनकोनिया से ओपेनकास्ट तक बनने वाली सड़क का मुख्यालय से टेंडर निकाला जायेगा. वहीं अलकतरा नदी पर अवस्थित क्षतिग्रस्त पुल के स्थान पर नये पुल निर्माण को लेकर सीएमपीडीआइ द्वारा पुल से संबंधित तमाम प्रक्रिया को पूरा किया जायेगा.

रेस्ट हाउस से सीपी साइडिंग रोड का बुरा हाल

सीसीएल रेस्ट हाउस से कबरीबाद माइंस होते हुए सीपी साइडिंग तक की सड़क का भी हाल बुरा है. सीसीएल के कर्मचारियों, अधिकारियों व आम लोगों का आवागमन होता है. उबड़-खाबड़ रास्ते से गुजरने में दिक्कतों का सामना करना पड़ता है. कई बार जर्जर सड़क का फायदा उठाकर अपराधी लूटपाट की घटना को अंजाम देते हैं. इस पथ पर अलकतरा नदी पर अवस्थित पुल भी तीन वर्ष से क्षतिग्रस्त स्थिति में हैं.

तिनकोनिया से ओसीपी पथ पर गड्ढे ही गड्ढे

सीसीएल क्षेत्र के तिनकोनिया से ओपेनकास्ट माइंस जाने वाले रास्ते में कई गड्ढे हैं. जिप उपाध्यक्ष कामेश्वर पासवान के नेतृत्व में स्थानीय लोगों ने कई बार जर्जर सड़क की मरम्मत की मांग को लेकर धरना-प्रदर्शन भी किया, पर स्थिति जस की तस है. उक्त पथ से कोयला लदे भारी वाहनों का परिचालन होता है. इस वजह से कई जगह पर गड्ढा हो जाता है. बारिश के मौसम में परेशानी बढ़ जाती है.

अकदोनी-बनियाडीह कच्ची सड़क पर पड़ी दरार

बनियाडीह से महुआपथारी के रास्ते अकदोनी गांव जाने के लिए कच्ची मार्ग से गुजरना पड़ता है. महुआपथारी में कोयला का अवैध उत्खनन के कारण आये दिन भू-धंसान की घटनाएं होती रहती हैं. इस वजह से जमीन में दरारें भी पड़ गयी हैं जो खतरनाक हैं. बताया जाता है कि इस कच्ची मार्ग से दरार के बीच लोग बाइक व साइकिल से गुजरते हैं जो कि कभी भी जानलेवा साबित हो सकता है.

Next Article

Exit mobile version