विधायक प्रदीप यादव की रिहाई की मांग को लेकर चौथे दिन भी कार्यकर्ताओं में दिखा जोश
झाविमो के छात्रों ने झूठे मुकदमे वापस लेने की मांग की झाविमो की ओर से आयोजित चार दिवसीय धरना-प्रदर्शन के अंतिम दिन पहुंचे बाबूलाल मरांडी के कार्यक्रम को लेकर झाविमो की छात्र मोरचा इकाई ने भी जुलूस निकाला. जुलूस महिला काॅलेज प्रांगण से निकाला गया. जुलूस में बड़ी संख्या में छात्र व छात्राएं थे. नेतृत्व […]
झाविमो के छात्रों ने झूठे मुकदमे वापस लेने की मांग की
झाविमो की ओर से आयोजित चार दिवसीय धरना-प्रदर्शन के अंतिम दिन पहुंचे बाबूलाल मरांडी के कार्यक्रम को लेकर झाविमो की छात्र मोरचा इकाई ने भी जुलूस निकाला. जुलूस महिला काॅलेज प्रांगण से निकाला गया. जुलूस में बड़ी संख्या में छात्र व छात्राएं थे. नेतृत्व छात्र मोरचा के नसीब मुर्मू ने किया. छात्रों ने प्रदीप यादव को रिहा करो, छात्रों पर मुकदमा करना बंद करो के नारे लगाये. छात्र नेताओं ने कहा कि सरकार विपक्षी नेताओं व प्रदर्शनकारी छात्रों पर झूठे मुकदमे लाद रही है. यह दमनकारी नीति है. जिस प्रकार से सरकार के इशारे पर आंदोलनकारी छात्रों पर लाठियां भांजी जा रही हैं व मुकदमे लादे जा रहे हैं इसका जवाब निश्चित रूप से सरकार को मिलेगा. छात्रों ने इसकी घोर निंदा की. कहा कि ऐसे सरकार को पहले कभी नहीं देखा था.
सरकार पर निशाना साधते जेवीएम सुप्रीमो ने कहा कि लाठी के बल पर किसानों, छात्रों की आवाज सरकार दबाना चाह रही है. गोरक्षा के नाम पर मुसलमानों को प्रताड़ित किया जा रहा है. राज्य में बेरोजगारों की संख्या बढ़ रही है. अस्पतालों की हालत में सुधार नहीं हो रहा है. फिर भी सरकार विकास के झूठे दावे कर रही है.
गोड्डा : अपनी जमीन को बचाने के लिए पूरे प्रदेश के लोग संघर्ष कर रहे हैं. गोड्डा के लोगों ने भी संघर्ष किया. लोगों की आवाज बन कर आगे बढ़े तो विधायक प्रदीप यादव को झूठे मुकदमे में फंसा कर बीजेपी सरकार ने जेल भेजने का काम किया. सरकार को केवल कॉरपोरेट घरानों को बसाने की चिंता है. गोड्डा में अडाणी कंपनी को बैठाने में लगी है. उक्त बातें गोड्डा शहीद स्तंभ पर झाविमो सुप्रीमो सह पूर्व सीएम बाबूलाल मरांडी ने धरना-प्रदर्शन को संबोधित करते हुए कहीं. उन्होंने प्रशासन को चेतावनी देते हुए कहा कि कानून के अनुसार काम नहीं होगा तो दो साल के बाद उनकी सरकार आने पर पूरे मामले की जांच करा कर दोषी को जेल भेजा जायेगा.
उन्होंने कहा कि आम लोगों की तकलीफ से सरकार को कोई मतलब नहीं रह गया है. केंद्र व राज्य में बीजेपी की सरकार है, अच्छे दिन के नाम पर वोट लिया मगर देश व प्रदेश में अराजकता का माहौल पैदा कर रहे हैं. बाबूलाल मरांडी ने कहा कि लोकतंत्र में सरकार गलत फैसला लेती है. छात्र विरोध करते हैं तो सरकार उन पर प्राथमिकी दर्ज कराती है. गोड्डा के छात्रों पर देशद्रोह का मुकदमा दर्ज कर दिया. सरकार जनता की आवाज को दबाने का काम कर रही है.
मुसलमानों को गाय रखना मुश्किल : उन्होंने कहा कि गाय के नाम पर भीड़ को उकसा कर सरकार सामाजिक सौहार्द बिगाड़ने का काम कर रही है. मुसलमानों के लिये गाय रखना भी मुश्किल हो गया है.उन्होंने कहा कि सरकारी स्कूलों में शिक्षक नहीं है. पिछले वर्ष की तुलना में इस वर्ष रिजल्ट खराब आया है. कौशल विकास की बात करने वाली सरकार में सभी पॉलिटेक्निक कॉलेज बेकार पड़े हैं. डॉक्टर व इंजीनियर बनाने की चिंता सरकार को नहीं है. राज्य के अस्पतालों की हालत खराब है. गरीब बीमार पड़ते हैं तो दम तोड़ देते हैं. संताल परगना में मेडिकल कॉलेज व एम्स खोलने की बात सरकार करती है.
हल्की बारिश में भी गुल हो जाती है बिजली : बाबूलाल मरांडी ने कहा कि थोड़े से आंधी-पानी में बिजली गुल हो जाती है. रांची के प्रमुख अस्पतालों में बिजली गुल रहने के कारण दम घुटने से एक की मौत हो गयी. उलटे सरकार ने 25 प्रतिशत बिजली बिल बढ़ा कर जनता पर अतिरिक्त बोझ डाल दिया. उन्होंने कहा कि सरकार डोभा बनाने में मस्त है लेकिन डोभा नहीं गड्ढा बन रहा है. जिससे किसानों को कोई फायदा नही होने वाला है.
प्राथमिक शिक्षकों का किया ट्रांसफर: उन्होंने कहा कि जब वे सीएम बने थे तो प्राथमिक शिक्षकों का होम ब्लॉक में पदस्थापन किया था. बच्चों को शिक्षा मिले इस दिशा में प्रयास था. गोड्डा में सरकार के कार्यकाल में डीसी ने प्राथमिक शिक्षकों का ट्रांसफर किया. ताकि बाद में शिक्षकों का भयादोहन कर सके.
गोड्डा ट्रेजरी में 25 प्रतिशत कमीशनखोरी : इस सरकार के कार्यकाल में ब्लॉक से लेकर थाना तक बिना पैसे दिये काम नहीं होता है. गोड्डा की ट्रेजरी में 25 प्रतिशत लेकर काम हो रहा है. भ्रष्टाचार हावी है. इसे सरकार नहीं देख रही है. उन्होंने कहा कि राज्यसभा के मामले को कब तक सरकार दबा कर रखेगी. मामले में कार्रवाई होना तय है. दौरान पूर्व मंत्री चंद्र प्रकाश चौधरी, युवा मोरचा के केंद्रीय अध्यक्ष उत्तम यादव, महिला मोरचा अध्यक्षा वेणु चौबे, जिलाध्यक्ष धनंजय यादव, केंद्रीय समिति सदस्य संपत्ति देवी आदि ने भी धरना को संबोधित किया. कार्यक्रम का संचालन जिला प्रवक्ता दिलीप साह ने किया.
सरकार पर निशाना साधते जेवीएम सुप्रीमो ने कहा कि लाठी के बल पर किसानों, छात्रों की आवाज सरकार दबाना चाह रही है. गोरक्षा के नाम पर मुसलमानों को प्रताड़ित किया जा रहा है. राज्य में बेरोजगारों की संख्या बढ़ रही है. अस्पतालों की हालत में सुधार नहीं हो रहा है. फिर भी सरकार विकास के झूठे दावे कर रही है.
गोड्डा : अपनी जमीन को बचाने के लिए पूरे प्रदेश के लोग संघर्ष कर रहे हैं. गोड्डा के लोगों ने भी संघर्ष किया. लोगों की आवाज बन कर आगे बढ़े तो विधायक प्रदीप यादव को झूठे मुकदमे में फंसा कर बीजेपी सरकार ने जेल भेजने का काम किया. सरकार को केवल कॉरपोरेट घरानों को बसाने की चिंता है. गोड्डा में अडाणी कंपनी को बैठाने में लगी है.
उक्त बातें गोड्डा शहीद स्तंभ पर झाविमो सुप्रीमो सह पूर्व सीएम बाबूलाल मरांडी ने धरना-प्रदर्शन को संबोधित करते हुए कहीं. उन्होंने प्रशासन को चेतावनी देते हुए कहा कि कानून के अनुसार काम नहीं होगा तो दो साल के बाद उनकी सरकार आने पर पूरे मामले की जांच करा कर दोषी को जेल भेजा जायेगा. उन्होंने कहा कि आम लोगों की तकलीफ से सरकार को कोई मतलब नहीं रह गया है. केंद्र व राज्य में बीजेपी की सरकार है, अच्छे दिन के नाम पर वोट लिया मगर देश व प्रदेश में अराजकता का माहौल पैदा कर रहे हैं. बाबूलाल मरांडी ने कहा कि लोकतंत्र में सरकार गलत फैसला लेती है. छात्र विरोध करते हैं तो सरकार उन पर प्राथमिकी दर्ज कराती है. गोड्डा के छात्रों पर देशद्रोह का मुकदमा दर्ज कर दिया. सरकार जनता की आवाज को दबाने का काम कर रही है.
मुसलमानों को गाय रखना मुश्किल : उन्होंने कहा कि गाय के नाम पर भीड़ को उकसा कर सरकार सामाजिक सौहार्द बिगाड़ने का काम कर रही है. मुसलमानों के लिये गाय रखना भी मुश्किल हो गया है.उन्होंने कहा कि सरकारी स्कूलों में शिक्षक नहीं है. पिछले वर्ष की तुलना में इस वर्ष रिजल्ट खराब आया है. कौशल विकास की बात करने वाली सरकार में सभी पॉलिटेक्निक कॉलेज बेकार पड़े हैं. डॉक्टर व इंजीनियर बनाने की चिंता सरकार को नहीं है. राज्य के अस्पतालों की हालत खराब है. गरीब बीमार पड़ते हैं तो दम तोड़ देते हैं. संताल परगना में मेडिकल कॉलेज व एम्स खोलने की बात सरकार करती है.
हल्की बारिश में भी गुल हो जाती है बिजली : बाबूलाल मरांडी ने कहा कि थोड़े से आंधी-पानी में बिजली गुल हो जाती है. रांची के प्रमुख अस्पतालों में बिजली गुल रहने के कारण दम घुटने से एक की मौत हो गयी. उलटे सरकार ने 25 प्रतिशत बिजली बिल बढ़ा कर जनता पर अतिरिक्त बोझ डाल दिया. उन्होंने कहा कि सरकार डोभा बनाने में मस्त है लेकिन डोभा नहीं गड्ढा बन रहा है. जिससे किसानों को कोई फायदा नही होने वाला है.
प्राथमिक शिक्षकों का किया ट्रांसफर: उन्होंने कहा कि जब वे सीएम बने थे तो प्राथमिक शिक्षकों का होम ब्लॉक में पदस्थापन किया था. बच्चों को शिक्षा मिले इस दिशा में प्रयास था. गोड्डा में सरकार के कार्यकाल में डीसी ने प्राथमिक शिक्षकों का ट्रांसफर किया. ताकि बाद में शिक्षकों का भयादोहन कर सके.
गोड्डा ट्रेजरी में 25 प्रतिशत कमीशनखोरी : इस सरकार के कार्यकाल में ब्लॉक से लेकर थाना तक बिना पैसे दिये काम नहीं होता है. गोड्डा की ट्रेजरी में 25 प्रतिशत लेकर काम हो रहा है. भ्रष्टाचार हावी है. इसे सरकार नहीं देख रही है. उन्होंने कहा कि राज्यसभा के मामले को कब तक सरकार दबा कर रखेगी. मामले में कार्रवाई होना तय है. दौरान पूर्व मंत्री चंद्र प्रकाश चौधरी, युवा मोरचा के केंद्रीय अध्यक्ष उत्तम यादव, महिला मोरचा अध्यक्षा वेणु चौबे, जिलाध्यक्ष धनंजय यादव, केंद्रीय समिति सदस्य संपत्ति देवी आदि ने भी धरना को संबोधित किया. कार्यक्रम का संचालन जिला प्रवक्ता दिलीप साह ने किया.
पावर प्लांट के विरोध में विधायक प्रदीप यादव पर हुए झूठे मुकदमे की उच्च स्तरीय जांच कराने.
खराब पड़े ट्रांसफॉर्मर व जर्जर तारों को अविलंब बदलने व बिजली आपूर्ति को नियमित करने.
खराब पड़े चापानलों व ग्रामीण पेयजलापूर्ति के जलमीनारों को अविलंब मरम्मत कराने
सभी मध्य व उच्च विद्यालयों में शिक्षकों की बहाली करने व छात्रों को समुचित व्यवस्था देने.
शिक्षक बहाली में विरोध करने वाले झूठे मुकदमे को वापस लिये जाने.
सभी पंचायत प्रतिनिधियों को समान अधिकार दिये जाने.
पोड़ैयाहाट में 10 मार्च को हुए ओलावृष्टि के प्रभावितों को मुआवजा दिये जाने.
पावर प्लांट के लिए जमीन अधिग्रहण रोकने व उच्च स्तरीय जांच की मांग.