बोआरीजोर : राजमहल कोल परियोजना ईसीएल के उत्खनन क्षेत्र भादो टोला में मंगलवार को शौच के लिये गयी तीन महिला के दुर्घटना ग्रसत हो जान की घटना के बाद बुधवार को ग्रामीणों में काफी आक्रोश देखा गया. ग्रामीण इस बात को लेकर परियोजना सहित प्रशासनिक पदाधिकारी के खिलाफ गांव में बैठक की. ग्रामीण आवेदन देकर ललमटिया थाना में इसीएल के चार पदाधिकारियों के खिलाफ मामला दर्ज करने की मांग कर रहे थे.
साथ ही ग्रामीणों ने 13 सूत्री मांग पत्र कोल परियोजना के सीएमडी को भेजा है. मंगलवार की रात घटना के बाद से हैवी ब्लास्टिंग पर रोक लगा दी गयी है. जबकि गांव में लगातार हैवी ब्लास्टिंग का साफ असर देखा जा रहा है. खदान से मात्र 30 से 30 मीटर की दूरी पर ग्रामीणों का घर है. प्रत्येक दिन हैवी ब्लास्टिंग की वजह से ग्रामीणों के घरों में दरार आ गया है. लोग डर कर अपने घरों में रहने को मजबूर है. कंपनी की ओर से खुल्लम खुल्ला नियम तोड़ने का काम किया जा रहा है.
अबतक भादो टोला के विस्थापितों को पुनर्वास स्थल पर सुविधा नहीं दिये जाने की वजह से लोगों को मजबूरन भादो टोला में ही रहना पड़ रहा है. ग्रामीणों को लोहंडिया व ललमटिया साइट में पुनर्वास के लिये स्थान दिया गया है, वहां अब तक सुविधा नहीं है. ग्रामीणों ने सीएमडी को पत्र देकर मंगलवार की घटना में घायल महिलाओं के इलाज व मुआवजा जानवरों की मौत को लेकर मुआवजा की मांग की गयी है. लोगों ने क्षेत्र की स्थिति के लिये भ्रमण की भी मांग किया है.