खदान में फिसला डोजर, चालक की मौत

गोड्डा/बोआरीजोर : यह चौथी मर्तवा है जब एक छोटी सी कमी के कारण एक और की जान ललमटिया के कोयला खदान में हो गयी. राजमहल कोल परियोजना के ईसीएल खदान क्षेत्र के बिडला सीएचपी कार्यालय के पास सुबह करीब 8:30 बजे इसीएल डोजर आॅपरेटर राजीव कुमार की मौत हो गयी है. बताया जाता है कि […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | November 18, 2017 4:48 AM

गोड्डा/बोआरीजोर : यह चौथी मर्तवा है जब एक छोटी सी कमी के कारण एक और की जान ललमटिया के कोयला खदान में हो गयी. राजमहल कोल परियोजना के ईसीएल खदान क्षेत्र के बिडला सीएचपी कार्यालय के पास सुबह करीब 8:30 बजे इसीएल डोजर आॅपरेटर राजीव कुमार की मौत हो गयी है. बताया जाता है कि राजीव डोजर लेकर बिडला कंपनी साइट में कोयला डंप कर वापस आ रहा था. क्रम में चक्का स्कीट कर गया और वह डोजर से गिर कर चक्के के नीचे आ गया.

बताया जाता है कि जिस डोजर को वो चला रहा था उसमें चालक के बैठने के लिए केबिन में दरवाजे नहीं थे. बताया जाता है कि राजीव को आनन फानन में ऊर्जानगर अस्पताल में भरती कराया गया था लेकिन वहां चिकित्सकों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया. खदान में हुए हादसे में अपने सहयोगी राजीव की मौत के बाद 20 लाख मुआवजा व पीड़ित परिवार को नौकरी देने की मांग को लेकर इसीएल कामगारों ने शव को जीरो प्वाइंट पर रखकर जाम किया. इस कारण दिन भर कोयले की ढुलाई पूरी तरह बाधित रही.

20 लाख मुआवजा व नौकरी की मांग पर कामगारों ने लगाया जाम
पिता-पुत्र दोनों को लील गया खदान
राजीव कुमार की अनुकंपा पर नौकरी आॅपरेटर के पद पर लगी थी. पिता अशोक सिंह परियोजना में इलेक्ट्रीशियन के पद पर कार्यरत थे. अशोक सिंंह की मौत आठ साल पहले खदान में दुर्घटना के दौरान ही हो गयी थी. पिता पुत्र दोनों की जिंदगी खदान में ही समाप्त हो गयी.

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