दुकानदारों की तिजोरी में सिक्के डंप, कारोबार प्रभावित
सिक्के नहीं चलने की अफवाह से व्यापारी वर्ग सहित आम लोग परेशान 15 नवंबर को हुई बैठक में डीसी ने बैंक पदाधिकारियों को सिक्के लेने का दिया था निर्देश चाय-पान दुकानदार भी सिक्के लेने से कर रहे इनकार ग्रामीण क्षेत्र में सिक्का नहीं चलने की अफवाह बनी मुसीबत गोड्डा : आरबीआइ के निर्देश व जिला […]
सिक्के नहीं चलने की अफवाह से व्यापारी वर्ग सहित आम लोग परेशान
15 नवंबर को हुई बैठक में डीसी ने बैंक पदाधिकारियों को सिक्के लेने का दिया था निर्देश
चाय-पान दुकानदार भी सिक्के लेने से कर रहे इनकार
ग्रामीण क्षेत्र में सिक्का नहीं चलने की अफवाह बनी मुसीबत
गोड्डा : आरबीआइ के निर्देश व जिला प्रशासन द्वारा जागरुकता अभियान चलाने के बावजूद भी छोटे सिक्के नहीं चलने की अफवाह फैल रही है. खासकर ग्रामीण क्षेत्रों में इसकों लेकर लोगों में उहापोह की स्थिति बनी हुई है. कई दुकानदार तो सामान उधार दे देते हैं, पर सिक्का लेने से इनकार कर देते हैं. वहीं चाय-पान की दुकान चलाने वाले लोग भी अब सिक्के लेने से इनकार करते दिख रहे हैं. दुकानदारों ने बताया कि सिक्का लेने में आनाकानी के कारण कारोबार भी प्रभावित हो रहा है. बैंक में केवल एक ही हजार जमा लिया जा रहा है. इससे परेशानी बढ़ गयी है. हालांकि यदि गोड्डा शहरी क्षेत्र की बात करें तो जिले में एक से लेकर दो रुपये तक के सिक्के लेने में छोटे व्यवसायी परहेज कर रहे हैं. वहीं व्यवसायियों का यह रोना है कि ग्राहकों से लिए गये सिक्के को बैंक में जमा करने के दौरान परेशानी होती है.
सभी सिक्के वैद्य, नहीं लेने पर होगी सजा
नियमानुसार देश में रहकर देश की मुद्रा का बहिष्कार करना कानूनी अपराध है. इसमें सजा का भी प्रावधान है. नहीं लेनेवालों पर देशद्रोह जैसी कार्रवाई हो सकती है. प्राथमिकी होने पर सेक्शन के तहत सजा का भी प्रावधान है. वहीं बैंकों में सिक्का लेले से मना करते हैं तो बैंकिंग लोकपाल योजना 2006 के प्रावधानों के तहत कार्रवाई हो सकती है.
क्या है आरबीआइ का गाइडलाइन
सभी बैंक को ग्राहकों को रुपये व सिक्के बदलने की सुविधा देनी है.
मांग करने पर ग्राहकों को नये नोट दिये जाये
हर हाल में सिक्के स्वीकार्य किये जाये
सभी कार्य दिवस में सिक्कों का लेन-देन होगा
किसी भी बैंक के काउंटर पर अधिकारी छोटे रुपये व सिक्के नहीं लेने से मुकर नहीं सकते हैं.
क्या कहते हैं व्यवसायी
ग्राहकों से सिक्का में लेन-देन कर रहा हूं., मगर बैंक में रोज मात्र एक हजार की ही राशि ले रही है .
– आफताब आलम , बरतन दुकानदार गोड्डा
ग्राहकों से सिक्का ले रहे हैं, लेकिन परेशानी यह है कि सिक्का बैंक में जमा कराने में एड़ी-चोटी एक करना पड़ता है.
– एस फिरोज, दुकानदार
ग्राहकों से सिक्के में लेन-देन कर रहे हैं. काफी सिक्का डंप हो गया है. सिक्के खपाने में कई दिन लग जाते हैं. बैंकों को सिक्का जमा करने की लिमिट बढ़ानी चाहिए. ”
– फिरोज आलम , दवा व्यवसायी
चेंबर ऑफ कामर्स की बैठक में डीसी ने बैंक पदाधिकारियों को सिक्का लेने का निर्देश दिया था. मगर आज स्थिति ऐसी है कि बैंक मात्र हजार रुपये ही लेती है. बड़े व्यवसायी तो सिक्का ले रहे हैं, मगर कुछ छोटे दुकानदार लेने से मना कर रहे हैं. ”
– प्रीतम गाड़िया ,उपाध्यक्ष चेंबर आॅफ कॉमर्स एवं मारवाड़ी मंच
हमारे यहां ज्यादा सिक्का तो नहीं आता है , लेकिन आने पर मना भी नहीं करते हैं. लेकिन बैंक में सिक्का जमा कराने में काफी परेशानी होती है.
– मो ऐनुलहक, हार्ड वेयर व्यवसायी ,
बैंक प्रतिदिन जमा ले रहे एक हजार
व्यापारियों को भी हो रही परेशानी
कहते हैं आरएम
स्टेट बैंक की सभी शाखाओं में सभी ग्राहकों से प्रतिदिन एक हजार का सिक्का आराम से लिया जा रहा है. किसी भी तरह की असुविधा नहीं हो रही है .
पंकज कुमार झा, आरएम, आरबीओ
कहते हैं डीसी
सभी बैंकों को निर्देश दिया गया है कि वे ग्राहकों से सिक्के लें. यदि सिक्का नहीं लेने की शिकायत मिलेगी तो कार्रवाई की जायेगी.
– भुवनेश प्रताप सिंह, डीसी , गोड्डा