रसोईघर की शोभा बढ़ा रही उज्ज्वला की एलपीजी

बड़ी विडंबना . सरकार ने फ्री में सिलिंडर तो दे दिया अब उसे भरवाने के लिए रुपये नहीं गोड्डा : जिले में सरकार की महत्वाकांक्षी उज्ज्वला योजना के तहत बांटे गये फीसदी सिलिंडर व चूल्हा का इस्तेमाल लाभुक नहीं कर पा रहे हैं. महंगाई के कारण ग्रामीण क्षेत्र के लाभुक गैस के बढ़े कीमत के […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | December 1, 2017 6:29 AM

बड़ी विडंबना . सरकार ने फ्री में सिलिंडर तो दे दिया अब उसे भरवाने के लिए रुपये नहीं

गोड्डा : जिले में सरकार की महत्वाकांक्षी उज्ज्वला योजना के तहत बांटे गये फीसदी सिलिंडर व चूल्हा का इस्तेमाल लाभुक नहीं कर पा रहे हैं. महंगाई के कारण ग्रामीण क्षेत्र के लाभुक गैस के बढ़े कीमत के कारण लकड़ी के चूल्हे पर ही खाना बना रहे हैं. मेहरमा, महगामा , बोआरीजोर आदि प्रखंडों में बांटे गये सिलिंडर लाभुकों के घर की शोभा बढ़ा रही है. इस बात को प्रमाणित करता है कि केवल सिलिंडर दे देने से उनकी समस्याओं का समाधान नहीं हो पायेगा.
जिले के विभिन्न प्रखंडों में गरीबी रेखा से नीचे रहनेवाले 28 हजार लाभुकों के बीच सिलिंडर वितरण कर रिकाॅर्ड बनाया गया है. आवेदन के तहत अभी कई लाभुकों को कनेक्शन दिया जायेगा. सरभंगा पंचायत के सरभंगा गांव की रेणु देवी को भी गैस चूल्हा मिला है. रेणु देवी का कहना है कि दो दिन जलाने के बाद बंद कर रख दिया है. अभी पुतोहु नहीं है आने के बाद इस्तेमाल किया जायेगा. पंचायत के कुल 10 लोगों को कनेक्शन मिला है. इनमें से दो तीन को छोड़कर बांकी लोग इस्तेमाल नहीं कर रहे हैं.
मेहरमा में 10 फीसदी सिलिंडर का इस्तेमाल नहीं
मेहरमा प्रखंड के सौरी चकला पंचायत के सौरी चकला गांव के किस्टो मिंज व वशिष्ठ मिंज को गैस चूल्हा मिला है. दोनों के घरों में पूर्व की तरह लकड़ी का भी चूल्हा जल रहा है. गैस के इस्तेमाल नहीं किये जाने को लेकर पूछे जाने पर बताया कि गैस की कीमत ज्यादा है. महंगाई में इतना पैसा लगा कर भराना संभव नहीं है. एक दो दिन जलाया फिर बंद कर रख दिया. बताया गया कि गांव के कुल 225 लोगों को लाभ मिला है. 200 आदिवासी व 25 गैर आदिवासी परिवार है. इसमें से 10 प्रतिशत भी गैस का इस्तेमाल नहीं कर रहे हैं.
50 फीसदी लाभुक नहीं कर पा रहे एलपीजी का उपयोग
स्वास्थ्य के प्रति जागरूक नहीं हो रहे ग्रामीण
सिलिंडर व चूल्हे से बढ़ रही घर की शोभा
अब बन गया जी का जंजाल
सरका ने एलपीजी गैस तो दे दिया. लेकिन कई ग्रामीण लाभुक इसे चलाने से डरते हैं. मिला तो ले आये घर अब समेट कर रख दिया.
पुआल से ढंक रखते सिलिंडर
बोआरीजोर प्रखंड के बाबूपुर पंचायत के बाबूपुर गांव के ताला बेटी टूडू , सुशीला देवी, उर्मिला देवी के घर में गैस सिलिंडर को पुआल के अंदर ढंक कर रखती है. बताया कि इस्तेमाल से ज्यादा खर्च है. चूल्हा व लकड़ी पर खाना सस्ती दर पर बन जाता है. गैस जलाने में डर भी लगता है. इस गांव में 20 लोगों को गैस मिला है. प्रखंड में कुल 385 लोगों के बीच गैस चूल्हा बांटा गया है. बोआरीजोर समेत अन्य गांव के लाभुकों की एक-सी स्थिति है.

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