अफसर की आंख से सुरमा चुरा ले गये माफिया!
मामला सुंदरपहाड़ी के धमनी नदी से बालू उठाव का बिना पुलिस बल के छापेमारी काे पहुंचे थे सीओ व बीडीओ दो जिले की सीमा होने का लाभ उठा रहे बालू माफिया सुंदरपहाड़ी : सुंदरपहाड़ी के धमनी नदी से बालू माफिया अफसर की आंख के सामने से दर्जनों ट्रैक्टर बालू चुरा ले गये. लेकिन मजबूरी में […]
मामला सुंदरपहाड़ी के धमनी नदी से बालू उठाव का
बिना पुलिस बल के छापेमारी काे पहुंचे थे सीओ व बीडीओ
दो जिले की सीमा होने का लाभ उठा रहे बालू माफिया
सुंदरपहाड़ी : सुंदरपहाड़ी के धमनी नदी से बालू माफिया अफसर की आंख के सामने से दर्जनों ट्रैक्टर बालू चुरा ले गये. लेकिन मजबूरी में पदाधिकारी हाथ मलते रह गये. चाह कर भी वह कुछ नहीं कर पाये. बता दें कि गुरुवार सुंदरपहाड़ी के सीओ जितेंद्र मंडल, बीडीओ सुमन कुमार सौरभ दोनों एक साथ धमनी नदी बालू घाट पर पहुंचे थे. उनके साथ कोई पुलिस नहीं थी. वहां पहुंच कर देखा कि दर्जनों ट्रैक्टर बालू लाेड था. ट्रैक्टरों से अफसरों की दूरी काफी लंबी थी.
इतने में माफिया तत्वों ने अफसरों की गाड़ी देख ट्रैक्टर लेकर भागने लगे. सभी ट्रैक्टर नदी के उस पार पाकुड़ की सीमा में प्रवेश कर गये. पुलिस बल नहीं रहने के कारण उक्त अफसर हाथ मलते रह गये. इन अफसरों के साथ पंचायत सेवक संतोष यादव व मुखिया मुंशी मोहली भी पहुंचे थे. अफसर देखते रह गये और माफिया तत्व इनकी आंखों से सुरमा चुरा कर चलते बने.
हर दिन भारी मात्रा में बालू का होता है अवैध उठाव
धमनी नदी के इस पार गोड्डा व उस पार पाकुड़ जिला की सीमा है. यहां से हर दिन दर्जनों ट्रैक्टर बालू का उठाव होता है. दो जिला का सीमा होने का व सुनसान इलाका होने का माफिया को लाभ मिल जाता है. यहां बालू माफिया का बड़ा रैकेट काम करता है.
सीओ ने कहा मजबूर थे
सीओ जितेंद्र मंडल ने बताया कि छापेमारी के लिये निकले थे जरूर लेकिन उनके साथ पुलिस बल नहीं था. इस कारण उन भागते हुए ट्रैक्टरों को पकड़ने में वे मजबूर रहे. बताया कि सुंदरपहाड़ी में एक कार्यक्रम में भाग लेकर लौट रहे थे इसी दौरान वहां छापेमारी करने पहुंच गये इसलिए उनके पास पुलिस बल नहीं था. भविष्य में फिर लगातार छापेमारी की जायेगी.