भू-विस्थापितों के शोषण के खिलाफ सीटू में उबाल
कहा : विस्थापितों का शोषण नहीं बंद हुआ और उनकी समस्याओं का निबटारा नहीं हुआ तो होगा जोरदार आंदोलन महगामा : ऊर्जा नगर यूनियन कार्यालय में शनिवार को सीएमएसआइ (सीटू) यूनियन की बैठक भागीरथ महतो की अध्यक्षता में संपन्न हुई. बैठक में जोरदार ढंग से राजमहल परियोजना से सटे भू-वस्थिापितों की समस्याओं को लेकर चर्चा […]
कहा : विस्थापितों का शोषण नहीं बंद हुआ और उनकी समस्याओं का निबटारा नहीं हुआ तो होगा जोरदार आंदोलन
महगामा : ऊर्जा नगर यूनियन कार्यालय में शनिवार को सीएमएसआइ (सीटू) यूनियन की बैठक भागीरथ महतो की अध्यक्षता में संपन्न हुई. बैठक में जोरदार ढंग से राजमहल परियोजना से सटे भू-वस्थिापितों की समस्याओं को लेकर चर्चा की गयी. साथ ही फैसला लिया गया कि राजमहल परियोजना प्रबंधक प्रभारी को 22 सूत्री मांग पत्र सौंपा जायेगा. इस दौरान सचिव खगेंद्र महतो ने अपने संबोधन में कहा कि आज भी विस्थापित ठेका मजदूर, इसीएल कर्मियों का प्रबंधन द्वारा भरपूर शोषण किया जा रहा है.
राजमहल प्रबंधन सभी कानूनों को ताक पर रखकर मनमानी तरीके से कार्य कर रहे हैं. जिस कारण विस्थापन की समस्या बनी हुई है. मनमानी तरीके से कार्य कराया जा रहा है. विस्थापन के नाम पर परियोजना को लूटा जा रहा है. जिसका सीबीआइ से जांच होनी चाहिए. वहीं प्रबंधक द्वारा ठेका मजदूरों को मनमाने तरीके से वेतन का भुगतान किया जाता है. सुरक्षा, पदोन्नति, ऊर्जा नगर कॉलोनी में पेयजल की किल्लत व अन्य समस्याओं के समर्थन में यूनियन द्वारा आने वाले दिनों में जोरदार आंदोलन किया जायेगा.
ओसीपी कमेटी का पुनर्गठन: साथ ही इस दौरान ग्यारह सदस्यीय ओसीपी कमेटी का पुनर्गठन किया गया. जिसमें सर्वसम्मति से संतलाल लोहार अध्यक्ष एवं सचिव नवीन भारती को चुना गया. वहीं विभिन्न यूनियन संगठनों के मजदूरों ने सीटू यूनियन का सदस्यता ग्रहण किया. जिसमें इंटक के एनके झा व बीएमएस के संतलाल लोहार आदि ने किया. बैठक के अंत में राजमहल परियोजना से सेवानिवृत्त हो जाने पर भागीरथ प्रसाद महतो को यूनियन नेताओं ने फूल माला एवं साल ओढ़ा कर भावभिनी विदाई दी.
ये थे बैठक में मौजूद
बैठक में मुख्य रूप से केंद्रीय कमेटी सदस्य मजहरुल हक, एरिया कमेटी उपाध्यक्ष अनिल कुमार सिंह, उप सचिव अनुज चौधरी, महेश मिस्त्री, कोषाध्यक्ष रसीसोल मुर्मू, सहायक सचिव विश्वनाथ मुर्मू, कमल रविदास, वकील यादव, विनोद ठाकुर, केशव ठाकुर, संजीत कर्मकार, राजकुमार कर्मकार आदि मौजूद थे.