महगामा, मेहरमा, बोआरीजोर में भी रहा हड़ताल का असर

महागामा : आइएमए के राष्ट्रीय आह्वान पर मंगलवार को महागामा अस्पताल के डॉक्टर एक दिनी हड़ताल पर रहे. इस दौरान सरकारी और निजी अस्पतालों में ओपीडी सेवा ठप रही. इस कारण महगामा के अस्पतालों में रोगियों को परेशानी झेलनी पड़ी. वहीं इमरजेंसी सेवा बहाल रहा. चिकित्सा प्रभारी डॉ जेपी भगत ने कहा कि हमारी मांगों […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | January 3, 2018 5:47 AM

महागामा : आइएमए के राष्ट्रीय आह्वान पर मंगलवार को महागामा अस्पताल के डॉक्टर एक दिनी हड़ताल पर रहे. इस दौरान सरकारी और निजी अस्पतालों में ओपीडी सेवा ठप रही. इस कारण महगामा के अस्पतालों में रोगियों को परेशानी झेलनी पड़ी. वहीं इमरजेंसी सेवा बहाल रहा. चिकित्सा प्रभारी डॉ जेपी भगत ने कहा कि हमारी मांगों पर सरकार को पुनर्विचार करने की आवश्यकता है. डॉक्टर नुरूल हक, डॉ खालीद अहमद, डॉ मोना आनंद, डॉ अभिषेक शानू आदि हड़ताल में शामिल थे.

इधर, मेहरमा प्रतिनिधि के अनुसार, सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र मेहरमा में नेशनल मेडिकल बिल के विरोध में आइएमए के निर्देशानुसार मंगलवार को ओपीडी सेवा बाधित रहा. डॉक्टर राकेश रंजन ने बताया की ओपीडी सेवा छोड़ आपातकालीन सेवा चालू है. इस हड़ताल में प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉ प्रभात कुमार सिन्हा, डॉ पंकज कुमार, डॉ अरविंद कुमार सिन्हा, डॉ विवेक कुमार सिन्हा शामिल थे.

बोआरीजोर प्रतिनिधि के अनुसार, प्रखंड के स्वास्थ्य केंद्र में ओपीडी बंद रहा. डॉक्टरों के एकदिनी हड़ताल के कारण मंगलवार को ओपीडी में मरीजों की संख्या नहीं देखी. डॉ अजितेश कुमार ने कहा कि राष्ट्रीय आह्वान के कारण आज ओपीडी बंद है. आकस्मिक सेवा में कोई बाधा नहीं है. ओपीडी बंद रहने के कारण मरीजों को काफी परेशानी हुई. कई मरीज दूर- दराज से आए, लेकिन बिना इलाज कराये अपने घर लौट गये. वहीं मरीज सुंदरा पहाड़िया, ताला किस्कू आदि ने कहा कि हमलोग 30 किलोमीटर दूर आए हैं. बिना इलाज के वापस जाने में बड़ी परेशानी हो रही है. पोड़ैयाहाट प्रतिनिधि के अनुसार, विभिन्न मांगों के समर्थन में मंगलवार को प्रखंड के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में चिकित्सकों द्वारा एक दिवसीय हड़ताल किया गया. रोगियों को इलाज के लिए काफी परेशानियों का सामना करना पडा. सिर्फ आपातकालीन सेवा ही चालू था. हड़ताल में सभी चिकित्सा कर्मी शामिल हुए.

” इमरजेंसी सुविधा मरीजों को दिया गया है. जिले भर के किसी भी अस्पताल में गंभीर रोगियों को परेशानी का सामना नहीं करना पड़ा है. चिकित्सकों के हड़ताल पर रहने के बाद भी रविवार की तरह आपातकालीन सुविधाएं दी गयी है. कहीं किसी तरह की अप्रिय बात नहीं है. सब कुछ ठीक रहा है. ”
– डॉ बनदेवी झा, प्रभारी सीएस गोड्डा.

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