profilePicture

जंग खा रहे लाखों की राइस मिल के पार्ट-पुर्जे

पथरगामा : प्रखंड परिसर स्थित पैक्स गोदाम में सात वर्ष पूर्व रखी गयी नयी राइस मिल की मशीनें जंग खा रही हैं. जानकारी के अनुसार वर्ष 2011 में पथरगामा पैक्स को सरकार ने राइस मिल सौंपी थी. स्थल उपलब्ध नहीं होने के कारण राइस मिल की मशीनें गोदाम में शोभा की वस्तु बनकर रह गयी. […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | April 27, 2018 4:58 AM

पथरगामा : प्रखंड परिसर स्थित पैक्स गोदाम में सात वर्ष पूर्व रखी गयी नयी राइस मिल की मशीनें जंग खा रही हैं. जानकारी के अनुसार वर्ष 2011 में पथरगामा पैक्स को सरकार ने राइस मिल सौंपी थी. स्थल उपलब्ध नहीं होने के कारण राइस मिल की मशीनें गोदाम में शोभा की वस्तु बनकर रह गयी. राइस मिल लगाने के लिए मांछीटांड़ पंचायत भवन के समीप 7 कट्ठा 14 धूर सरकारी जमीन की स्वीकृति 31 जनवरी 2012 में तत्कालीन सीओ द्वारा दी गयी थी. स्वीकृति के बाद काम भी शुरू हुआ था.

ग्रामीणों के आवेदन रुका काम
इसी बीच तत्कालीन मुखिया व ग्रामीणों ने तत्कालीन बीडीओ को मांछीटांड़ पंचायत भवन के समीप राइस मिल नहीं लगाये जाने का आवेदन दिया. जिसमें राइस मिल के लगने से ध्वनि प्रदूषण होने की बात कही गयी थी. मामले में तत्कालीन बीडीओ ने एक अक्टूबर 12 को मिल नहीं लगाने का आदेश पारित कर दिया. बीडीओ ने मांछीटांड़ पंचायत भवन के समीप जमीन पर राइस मिल लगने से ध्वनि प्रदूषण, प्रज्ञा केंद्र के संचालन में परेशानी, मांछीटांड़ पंचायत भवन के चहारदीवारी निर्माण के लिए जमीन नहीं बचने के साथ राइस मिल के लिए पर्याप्त स्थल नहीं होने का जिक्र किया. इसके बाद से आज तक राइस मिल लगाने की पहल नहीं की जा सकी है. अगर राइस मिल लग जाता तो पथरगामा के किसानों को धान कुटाई में सहूलियत होती, साथ ही रोजगार के अवसर भी बढ़ते.
में पथरगामा पैक्स को सरकार ने सौंपी थी राइस मिल
क्या कहते हैं किसान
क्या कहते हैं पैक्स अध्यक्ष
इस संबंध में पथरगामा पैक्स अध्यक्ष संजय कुमार भगत का कहना है कि पर्याप्त भूमि नहीं रहने के कारण राइस मिल अब तक नहीं लग पायी है. इस मामले से गोड्डा डीसीओ को भी अवगत कराया जा चुका है.
क्या कहते हैं बीडीओ
इस संबंध में वर्तमान बीडीओ रुद्रप्रताप का कहना है कि पथरगामा पैक्स द्वारा यदि आवेदन दिया जाता है तो अंचलाधिकारी से बात कर राइस मिल के लिए उपयुक्त स्थल उपलब्ध कराने की पहल की जायेगी.

Next Article

Exit mobile version