बांध के पास नवजात बच्ची को फेंका

विडंबना. लाख जागरूकता के बाद नहीं बदली मानसिकता, मानवता शर्मसार आज के इस आधुनिक दौर में भी लोगों की सोच नहीं बदली है. आज जहां बेटियां हर क्षेत्र में अपने बेहतर कार्यों से देश व समाज का नाम रोशन कर रही हैं वहीं आज भी इसी समाज में ऐसे में लोग हैं जो बेटियों को […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | June 7, 2018 4:40 AM

विडंबना. लाख जागरूकता के बाद नहीं बदली मानसिकता, मानवता शर्मसार

आज के इस आधुनिक दौर में भी लोगों की सोच नहीं बदली है. आज जहां बेटियां हर क्षेत्र में अपने बेहतर कार्यों से देश व समाज का नाम रोशन कर रही हैं वहीं आज भी इसी समाज में ऐसे में लोग हैं जो बेटियों को बोझ समझते हैं.
मेहरमा : बलबड्डा थाना क्षेत्र के बिरामचक सरकारी बांध के पास एक नवजात बच्ची फेंकी हुई मिली. बच्ची कपड़े में लिपटी हुई थी. मामला बुधवार सुबह की है. ग्रामीण जब शौच करने सरकारी बांध की ओर गये तो नवजात बच्ची को कपड़े में लपेटा हुआ पाया. ग्रामीणों ने बच्ची को देखते ही शोर मचाना शुरू कर दिया. इसके बाद देखते ही देखते सैकड़ों की संख्या में ग्रामीण जुट गये. ग्रामीणों के द्वारा इसकी सूचना बलबड्डा थाना को दी गयी. सूचना मिलते ही थाना प्रभारी दल-बल के साथ मौके पर पहुंचे. पहुंचने के बाद बच्ची के संबंध में काफी पता लगाया गया मगर किसी ने भी बच्ची को फेंकने की बात नहीं कबूल की. गौरतलब हो कि इस घटना के बाद आसपास के क्षेत्र में तरह-तरह की चर्चा हो रही है.
समाज में मिसाल पेश करने वाले लोग
अजय व सुशीला ने उठाया बच्ची के पालन-पोषण का जिम्मा
बिरामचक के ही ग्रामीण अजय यादव पत्नी सुशीला देवी ने बच्ची को देखने के बाद उसके लालन-पालन का जिम्मा उठाया है. अजय ने बताया कि मुझे तीन पुत्र हैं. मुझे पुत्री की काफी इच्छा थी, मगर पुत्री की प्राप्ति नहीं हुई. मगर ऊपर वालों ने मेरी बातों को सुन लिया और आज मुझे पुत्री की प्राप्ति हो गयी. वहीं पत्नी सुशील देवी ने बताया कि मेरे अरमान आज पूरे हो गये. दंपती के चेहरे पर खुशी देखने को मिली.
ग्रामीणों ने सबसे पहले बच्ची को देखा
तुरंत इसकी सूचना पुलिस को दी
मौके पर पहुंची पुलिस ने ग्रामीणों से की पूछताछ
कहते हैं थाना प्रभारी
नवजात बच्ची को फेंकने के बारे में ग्रामीणों के द्वारा सूचना दी गई वहां पहुंचकर बच्ची के माँ पिता का पता लगाया गया पता नहीं चलने पर बच्ची को गांव के ही अजय यादव को ग्रामीण के कहने उसे पालने के लिए दिया गया है .
जावेद अहमद, थाना प्रभारी

Next Article

Exit mobile version